देवघर: बाबा बैद्यनाथ धाम में आगामी श्रावणी मेले 2025 की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन, मंदिर प्रबंधन और पंडा समाज पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में पंडा धर्म रक्षिणी सभा के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें दर्शन व्यवस्था, सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर चर्चा हुई।
वीआईपी और शीघ्र दर्शन पर सख्ती
बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि श्रावणी मेले के दौरान रविवार और सोमवार को VIP दर्शन की अनुमति नहीं होगी। शीघ्र दर्शनम कूपन का उपयोग भी इन दो दिनों में प्रतिबंधित रहेगा। सावन माह में जलाभिषेक केवल “अरघा सिस्टम” के जरिए ही किया जाएगा। VVIP पूजा पर भी रोक लगाई गई है, जिसकी जानकारी राज्य कैबिनेट को दे दी गई है। भादो माह में स्पर्श दर्शन पर बाद में निर्णय लिया जाएगा।
पंडा समाज की ओर से सुझाव और मांगें:
बैठक में शामिल पंडा धर्म रक्षिणी सभा के अध्यक्ष, सरदार पंडा और महामंत्री सहित अन्य सदस्यों ने प्रशासन से निम्नलिखित मांगें रखीं:
अधिकतम श्रद्धालुओं को एक ही दिन में दर्शन और जलाभिषेक का अवसर दिया जाए। शहर में आने वाले वाहनों के लिए उचित पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। दर्शन की प्रक्रिया को तेज और सुगम बनाया जाए।
दूरी और समय का होगा विश्लेषण:
क्यू कॉम्प्लेक्स से मंदिर तक की दूरी और औसत यात्रा समय का आकलन किया जाएगा। इसी आधार पर यह तय होगा कि एक दिन में कितने श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा सकता है। उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने स्पष्ट किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगमता प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
श्रावणी मेला 11 जुलाई से शुरू
श्रावणी मेला 11 जुलाई 2025 से आरंभ होगा। राज्य सरकार ने 5 जुलाई तक सारी तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया है। प्रशासन अंतिम दौर की तैयारियों में जुटा है।
प्रशासन की प्रतिबद्धता:
जिला प्रशासन, मंदिर प्रबंधन और पंडा समाज मिलकर इस बार का मेला श्रद्धालुओं के लिए अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने का प्रयास कर रहे हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी असुविधा से बचाना और बेहतर अनुभव देना ही प्राथमिक लक्ष्य है। – नमन प्रियेश लकड़ा, उपायुक्त