Simdega (Jharkhand) : सिमडेगा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान ‘ऑपरेशन रेड हंट’ को दो माह पूरे हो चुके हैं। इस अभियान के तहत अब तक कुल 104 लाल (स्थायी) वारंटों का सफल निष्पादन किया चुका है है। इनमें से 51 वारंटियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं 19 वारंटियों को मृत पाया गया, जिनके नाम से कुल 21 वारंट जारी थे। मृत वारंटियों के संबंध में पुलिस ने संबंधित मृत्यु प्रमाण पत्र न्यायालय में समर्पित कर दिया है। यह जानकारी जिला पुलिस ने दी।
ऑपरेशन रेड हंट को दो माह में बड़ी सफलता
पुलिस ने बताया है कि अब तक 11 चरणों में यह अभियान चलाया गया। ऑपरेशन के दबाव में 6 वारंटियों ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया, जबकि 4 वारंटियों के वारंट विभिन्न कारणों जैसे पहले से जेल में बंद होना, दूसरे जिले में स्थायी पता होना या कोर्ट से जमानत मिल जाने के कारण वापस कर दिए गए।
अभियान की शुरुआत से पहले जिले में कुल 309 स्थायी (लाल) वारंटी दर्ज थे। क्रमवार गिरफ्तारियां :
- पहले चरण में 5 वारंट
- दूसरे में 9 वारंट
- तीसरे में 5 वारंट
- चौथे में 1 वारंट
- पांचवें में 1 वारंट
- छठे में 7 वारंट
- सातवें में 1 वारंट
- आठवें में 5 वारंट
- नौवें में 10 वारंट
- दसवें में 12 वारंट
- ग्यारहवें चरण में 17 वारंट का निष्पादन किया गया।
मृत वारंटियों एवं वापस किए गए वारंट का ब्यौरा
सिमडेगा, टी. टांगर, ओडगा, रंगारीह, बांसजोर, कुरडेग, बानो, महाबुआंग, जलडेगा और गिरदा थाना क्षेत्रों में कुल 19 मृत वारंटी पाए गए, जिन पर 21 वारंट लंबित थे। वहीं, 3 वारंट वापस किए गए, जिनमें महाबुआंग (1), बांसजोर (1) और बानो (1) थाना क्षेत्र शामिल हैं।
सिमडेगा पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऑपरेशन रेड हंट का मुख्य उद्देश्य लंबे समय से फरार वारंटियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करना और जिले में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है। पुलिस की सख्त कार्रवाई से अपराधियों में भय का माहौल है और कई वारंटी आत्मसमर्पण करने को मजबूर हो रहे हैं।
अब तक अभियान की प्रमुख उपलब्धियां
- कुल निष्पादित लाल वारंट : 104
- कुल गिरफ्तार वारंटी : 51
- मृत वारंटी : 19 (21 वारंट)
- आत्मसमर्पण करने वाले वारंटी : 6
- वापस किए गए वारंट : 4


