नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी पर टीम को बधाई दी है। राष्ट्रपति ने कहा कि सुनीता विलियम्स और उनके साथियों ने अपनी दृढ़ता, समर्पण और कभी हार न मानने की भावना के साथ सभी को प्रेरित किया है।
राष्ट्रपति ने अपने ‘एक्स’ प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में लिखा, “उनकी ऐतिहासिक यात्रा दृढ़ संकल्प, मिल-जुलकर काम करने की भावना और असाधारण साहस की कहानी है। मैं उनके अटूट संकल्प को सलाम करती हूं और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हूं।”
नौ महीने के अंतरिक्ष मिशन के बाद वापसी
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने नौ महीने से अधिक समय तक अंतरिक्ष में बिताने के बाद बुधवार तड़के धरती पर सुरक्षित वापसी की। उनकी इस अद्वितीय यात्रा ने वैज्ञानिक उपलब्धियों के साथ ही मानव साहस और आत्मविश्वास की नई मिसाल कायम की है।
सुनीता विलियम्स का पारिवारिक इतिहास
सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पांड्या मूल रूप से गुजरात के मेहसाणा जिले के झूलासन गांव से थे। वे 1957 में अमेरिका चले गए थे। वहां सुनीता ने अंतरिक्ष में अपने अद्वितीय करियर की शुरुआत की। उनकी यह यात्रा गुजरात समेत पूरे भारत के लिए गौरवपूर्ण है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने की अच्छे स्वास्थ्य की कामना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुनीता विलियम्स और उनकी अंतरिक्ष टीम की दृढ़ता और साहस की प्रशंसा की और कहा कि यह मिशन मानव प्रयास और अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए एक प्रेरक मिसाल है। उन्होंने सभी अंतरिक्ष यात्रियों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है।