सेंट्रल डेस्क: NASA (नासा) की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बटच विलमोर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 9 महीने से अधिक समय तक रहने के बाद अब पृथ्वी पर लौटने की तैयारी कर रहे हैं। हालिया अपडेट के अनुसार, दोनों अंतरिक्ष यात्री मार्च 2025 के मध्य तक पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में वापस पहुंच जाएंगे।
5 जून 2024 से अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे थे अंतरिक्ष यात्री
बता दें कि विलियम्स और विलमोर दोनों ही 5 जून 2024 से स्पेस स्टेशन ISS पर फंसे हुए थे। उनके बोइंग स्टारलाइनर को कक्षा में प्रवेश करते समय कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बटच विलमोर का ISS पर आठ दिन का प्रवास निर्धारित था और उन्होंने सभी शारीरिक परीक्षणों को पास किया था। फरवरी में, नासा ने घोषणा की थी कि वे उन्हें स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से पृथ्वी पर वापस लाने की योजना बना रहे हैं।
कई बार बढ़ जाता है खतरा
अंतरिक्ष यात्री जैसे सुनीता विलियम्स का प्रोफेशन खतरनाक होता है, जिसमें कई रुकावटें और डर शामिल होते हैं। अंतरिक्ष यात्रियों को कई बार शारीरिक व मानसिक समस्याओं को भी फेस करना पड़ता है। वजन में तेजी से गिरावट होने जैसी समस्याएं भी आती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि उनकी सैलरी और नेट वर्थ कितनी होगी?
सुनीता विलियम्स की सैलरी कितनी है?
नासा, जो दुनिया की प्रमुख अंतरिक्ष एजेंसी है, संभावित अंतरिक्ष यात्रियों के लिए एक आदर्श स्थल है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नासा के अंतरिक्ष यात्री अमेरिकी सरकारी वेतन पैरामीटर के आधार पर वेतन प्राप्त करते हैं, जो GS-13 से GS-15 तक के ग्रेड में होते हैं। ज्यादा अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों जैसे सुनीता विलियम्स का वेतन GS-15 श्रेणी के अंतर्गत आता है और नासा के रिकॉर्ड्स के अनुसार, उनकी वार्षिक आय लगभग $152,258.00 (करीब ₹12,638,434) होती है। यह राशि उनके अंतरिक्ष यात्रा और प्रशिक्षण के कठिन कार्यों के लिए दी जाती है।
वेतन के अतिरिक्त मिलती है अन्य सुविधाएं
अंतरिक्ष यात्री इस वेतन के अलावा नासा के मिशन की मांगों और जिम्मेदारियों के लिए अतिरिक्त मुआवजा भी प्राप्त करते हैं। नासा उन्हें समग्र स्वास्थ्य बीमा, विशिष्ट मिशन के लिए उन्नत प्रशिक्षण, मेंटल सपोर्ट और यात्रा भत्ते जैसी सुविधाएं प्रदान करता है।
सुनीता विलियम्स की नेट वर्थ कितनी है?
सुनीता विलियम्स एक पूर्व नौसेना अधिकारी और अत्यधिक सम्मानित अंतरिक्ष यात्री हैं, ने नासा और अमेरिकी सेना के साथ एक महत्वपूर्ण करियर बनाया है। एक एजेंसी के अनुसार भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री का अनुमानित नेट वर्थ $5 मिलियन (लगभग ₹41 करोड़) है।
अंतरिक्ष विज्ञान में प्रमुख शख्सियत बन चुकी हैं सुनीता
सुनीता विलियम्स ह्यूस्टन, टेक्सास में अपने पति माइकल जे. विलियम्स के साथ रहती हैं। माइकल टेक्सास में एक संघीय मार्शल हैं। सुनीता ने ISS पर लंबे प्रवास के दौरान, उन्होंने स्पेस एक्सप्लोरेशन में महत्वपूर्ण प्रगति दिखाई है और वह अपने पेशेवर और व्यक्तिगत उपलब्धियों के कारण अंतरिक्ष विज्ञान में एक प्रमुख शख्सियत बन चुकी हैं।
इस प्रकार की समस्याओं का होता है सामना
स्पेस में इतना लंबा वक्त बिताने के बाद अंतरिक्ष यात्री अपनी हड्डी की घनता खो देते हैं, साथ ही मांसपेशियों की संकुचन की समस्या का सामना करते हैं और आईविजन में परिवर्तन का भी अनुभव करते हैं, जो तरल पदार्थ के बदलाव के कारण होता है, जिससे इंट्राक्रेनियल दबाव बढ़ता है और स्पेसफ्लाइट-एसोसिएटेड न्यूरो-ऑक्युलर सिंड्रोम (SANS) का कारण बनता है।
विकिरण का भी हो सकता है प्रभाव
अंतरिक्ष में विकिरण का प्रभाव भी कैंसर, डीएनए और हृदय संबंधित जटिलताओं जैसे जोखिमों को बढ़ा देता है। मानसिक दृष्टिकोण से, लंबे समय तक पृथ्वी से अलगाव और सीमित स्थान में रहने से नींद की समस्याएं, तनाव और मूड स्विंग हो सकते हैं। इसके बावजूद, सुनीता विलियम्स जैसे अंतरिक्ष यात्री बहुत सहनशील होते हैं, फिर भी पृथ्वी पर लौटने के बाद उनका पुनर्वास जटिल होता है, क्योंकि मांसपेशियों और हड्डियों की हानि जैसी समस्याएं बनी रहती हैं।