मुंबई : एक्टर दीया मिर्जा ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत से संबंधित CBI द्वारा क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने के बाद प्रतिक्रिया दी है। दीया ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर यह सवाल उठाया कि क्या मीडिया ‘रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार से माफी मांगने का साहस करेगा’। CBI ने दो अलग-अलग रिपोर्ट दाखिल की हैं – एक सुशांत के पिता द्वारा दायर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में और दूसरी रिया चक्रवर्ती द्वारा सुशांत की बहनों के खिलाफ दायर की गई शिकायत में।
रिया को मीडिया द्वारा उत्पीड़न पर सवाल उठाती दीया मिर्जा
दीया मिर्जा ने कहा कि मीडिया ने रिया को गहरी पीड़ा और उत्पीड़न पहुंचाया। उन्होंने लिखा, मीडिया में कौन होगा जो रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार से लिखित माफी मांगेगा? आपने एक witch hunt चलाई। आपने सिर्फ TRP के लिए गहरी पीड़ा और उत्पीड़न दिया। माफी मांगिए। यही कम से कम आप कर सकते हैं। @rhea_chakraborty (लाल गुलाब का इमोजी),” दीया ने लिखा। अब अदालत यह तय करेगी कि रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या एजेंसी से और जांच करने का आदेश दिया जाए।

सुशांत के साथ क्या हुआ
सुशांत को 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा में उनके अपार्टमेंट में छत से लटका हुआ पाया गया था। उनकी उम्र 34 साल थी। कूपर अस्पताल में उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकला था कि अभिनेता की मृत्यु एस्फिक्सिया (सांस रुकने) से हुई।
मामलों में अधिक जानकारी
CBI ने दो अलग-अलग मामलों की जांच की – एक केस सुशांत के पिता KK सिंह द्वारा पटना पुलिस में दायर किया गया था, जिसमें रिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने और अभिनेता के खाते से ₹15 करोड़ की चोरी का आरोप लगाया गया था। दूसरा केस रिया ने बांद्रा पुलिस में दायर किया था, जिसमें सुशांत की बहनों पर गलत तरीके से दिल्ली के एक डॉक्टर द्वारा जारी की गई दवाइयों के आधार पर उन्हें दवाइयां देने का आरोप लगाया था।
बांद्रा पुलिस में दायर किए गए मामले में, जिसे बाद में CBI ने अपने हाथ में लिया था, रिया ने आरोप लगाया था कि सुशांत ने उन दवाइयों के गलत तरीके से प्रिस्क्राइब होने के बाद 5 दिन में दम तोड़ दिया। विशेषज्ञों की राय, अपराध स्थल विश्लेषण, गवाहों के बयान और फॉरेंसिक रिपोर्ट्स के आधार पर CBI ने यह निष्कर्ष निकाला कि किसी भी व्यक्ति द्वारा अभिनेता को आत्महत्या के लिए उकसाने का कोई ठोस सबूत नहीं है।
एजेंसी ने अंततः अपनी अंतिम रिपोर्ट दाखिल की, जिससे अभिनेता की मौत के आसपास पांच साल तक चले साजिश के सिद्धांतों पर विराम लग गया। CBI की रिपोर्ट में AIIMS के फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मेडिकल-लीगल राय को भी शामिल किया गया था, जिसमें जहर देने और गला घोंटने के आरोपों को खारिज किया गया था।