डिजिटल युग आया तो मन को तसल्ली हुई थी कि वह सबकुछ महाभारत के …
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सुर से सुर मिले, ध्वनि से ताल, नए साल में हम मिले तो यार, …
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ढूँढते हो मानवों में क्यूँ यहाँ संवेदनाएँ प्राण इनमें शेष हैं पर, प्रीति इनकी …
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जिसने ता-उम्र कलेजे से लगाये रक्खा ढेरों उम्मीद के दीपक को जलाए रक्खा …
