पटना: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हालिया बैठक में पार्टी के प्रमुख निर्णयों के लिए अब लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव को अधिकृत किया गया है। इस बैठक में जहां आरजेडी के शीर्ष नेताओं का जमावड़ा था, वहीं पार्टी की आगामी रणनीतियों और चुनावी तैयारियों पर भी गहरे विचार-विमर्श हुए। इसमें तेजस्वी यादव को लालू प्रसाद यादव के बराबर कद और जिम्मेदारी दी गई है, जो पार्टी में उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
तेजस्वी यादव का कद बढ़ा, लालू प्रसाद के बराबर मिले अधिकार
बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह से संबंधित फैसलों में अब लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव दोनों को बराबरी की भूमिका दी जाएगी। इसके साथ ही यह भी स्पष्ट हो गया कि लालू यादव ने अपनी ओर से तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी मान लिया है। अब पार्टी के सभी महत्वपूर्ण फैसलों में तेजस्वी यादव की भूमिका और जिम्मेदारी पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। यह कदम पार्टी में एक नई पीढ़ी के नेतृत्व को मजबूती देने के उद्देश्य से उठाया गया है, जो भविष्य में पार्टी की दिशा और नीति निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
संगठनात्मक चुनाव का ऐलान, जल्द होंगे चुनाव
बैठक में यह भी तय हुआ कि आरजेडी में जल्द ही संगठनात्मक चुनाव कराए जाएंगे। यह चुनाव पार्टी के अंदर युवा नेतृत्व को अवसर देने और पार्टी के कार्यकर्ताओं को मजबूत स्थिति में लाने के लिए किए जाएंगे। पार्टी के भीतर गहरे स्तर पर बदलाव और संगठनात्मक मजबूती के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। रामचंद्र पूर्वे को संगठनात्मक चुनाव के चुनाव पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है, जो चुनाव प्रक्रिया को सुनिश्चित करेंगे।
5 जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव, तेजस्वी का अध्यक्ष बनने का मार्ग प्रशस्त
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव आगामी 5 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। इस चुनाव का उद्देश्य पार्टी की नेतृत्व संरचना को और सुदृढ़ बनाना है, जिससे आगामी चुनावी दौर में पार्टी को बेहतर दिशा मिल सके। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दिन तेजस्वी यादव को पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया जा सकता है, जो उनके राजनीतिक सफर में एक बड़ी छलांग साबित होगा।
21 जून को प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की बैठक
बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए 21 जून को एक और महत्वपूर्ण कार्यकारिणी बैठक होगी। बिहार में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए इस बैठक में चर्चा की जाएगी। हालांकि, पहले यह उम्मीद जताई जा रही थी कि प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान बैठक के दौरान ही हो जाएगा, लेकिन अब इसे संगठनात्मक चुनाव के नतीजों के बाद घोषित करने पर फैसला लिया गया है।
आरजेडी की इस बैठक से साफ है कि पार्टी अब एक नए नेतृत्व की ओर बढ़ने वाली है, जिसमें तेजस्वी यादव की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। लालू प्रसाद यादव द्वारा तेजस्वी को अपनी जिम्मेदारी सौंपे जाने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार में राजनीति में बड़े बदलाव आ सकते हैं। संगठनात्मक चुनाव और अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों से यह भी संकेत मिलता है कि आरजेडी आने वाले समय में अपनी चुनावी रणनीतियों को और भी मजबूत बनाने के लिए तैयार है।
इस तरह, तेजस्वी यादव को पार्टी में और ज्यादा अधिकार मिलते जा रहे हैं, और उनकी ओर से नेतृत्व का यह कदम आरजेडी के राजनीतिक भविष्य को नई दिशा देने के संकेत दे रहा है।