Home » एक मिनट की देरी की कीमत नागपुर के प्रत्याशी समझ सकते हैं, जिन्हें नामांकन भरने नहीं मिला

एक मिनट की देरी की कीमत नागपुर के प्रत्याशी समझ सकते हैं, जिन्हें नामांकन भरने नहीं मिला

अनीस अहमद ने नामांकन की सारी प्रक्रिया पूरी की, लेकिन जब वे नामांकन दाखिल करने पहुंचे, तब 3 बजकर 1 मिनट हो चुका था। 1 मिनट की देरी हो जाने के कारण नामांकन नहीं हो सका। नामांकन दाखिल करने का समय 3 बजे तक था।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्क। Maharashtra Election: 1 मिनट की क्या कीमत है, इस बात की अहमियत नागपुर के नेताजी अनीस अहमद से बेहतर कौन ही समझ सकता है। इस 1 मिनट की देरी के कारण उन्हें अपना नामांकन पर्चा नहीं भरने दिया गया।

मामला नागपुर की मध्य नागपुर विधानसभा सीट का है, जहां वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी के अनीस अहमद को उम्मीदवार बनाया गया था। प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वीबीए के अनीस अहमद को मिनट भर की देरी के कारण नामांकन नहीं भरने मिला।

कांग्रेस से टिकट न मिलने पर वीबीए में शामिल हुए थे अनीस

खबर यह भी है कि पूर्व मंत्री अनीस पहले कांग्रेस से टिकट मिलने की उम्मीद लिए बैठे थे। लेकिन कांग्रेस से उन्हें टिकट नहीं मिल पाया। इसलिए एक दिन पहले ही कांग्रेस का हाथ छोड़ वे वीबीए में शामिल हुए थे। वीबीए ने टिकट भी दे दिया, लेकिन नामांकन के आखिरी दिन यानि 29 अक्टूबर को वे नामांकन के लिए पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने नामांकन की सारी प्रक्रिया पूरी की, लेकिन जब वे नामांकन दाखिल करने पहुंचे, तब घड़ी की सुइयां 3 बजकर 1 मिनट पर पहुंच चुकी थी। ऐसे में उन्हें नामांकन दाखिल नहीं करने दिया गया। नामांकन का निर्धारित समय 3 बजे का है।

टोकन नंबर दे दिया गया था, तो अंदर क्यों नहीं जाने दिया गया- अनीस अहमद
निर्वाचन अधिकारी ने देरी की बात कहकर नामांकन हॉल का दरवाजा बंद करवा दिया। इस मामले में अनीस ने बयान देते हुए कहा कि वो 3 बजे से पहले ही नॉमिनेशन हॉल पहुंच गए थे और मेरा आदमी वहां पहले से टोकन लेकर भी बैठा था। जिसको टोकन नंबर 8 मिला था। अब अनीस प्रशासन से सवाल कर रहे है कि जब उन्हें टोकन नंबर दे दिया गया था, तो उन्हें अंदर क्यों नहीं जाने दिया गया। आगे उन्होंने कहा कि जब वो समय से मेन गेट के अंदर पहुंच गए थे, तो दूसरे गेट क्यों होने चाहिए।

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