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असम में शांतिपूर्ण रहा वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध का दिन, मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने की पुलिस की सराहना

लगभग 40% मुस्लिम आबादी के बावजूद असम आज शांतिपूर्ण रहा, केवल तीन स्थानों पर सीमित विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें प्रत्येक में अधिकतम 150 लोग शामिल थे.

by Reeta Rai Sagar
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नई दिल्ली : हाल ही में पारित वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ कुछ राज्यों में हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच, असम में शनिवार का दिन शांतिपूर्ण रहा। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने असम की सांप्रदायिक सौहार्द की सराहना करते हुए इसे असम पुलिस की सुदृढ़ तैयारी का परिणाम बताया।

मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा,
‘लगभग 40% मुस्लिम आबादी के बावजूद असम आज शांतिपूर्ण रहा, केवल तीन स्थानों पर सीमित विरोध प्रदर्शन हुए, जिनमें प्रत्येक में अधिकतम 150 लोग शामिल थे’।

वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 पर असम की प्रतिक्रिया

वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को संसद के बजट सत्र के दौरान पारित किया गया था और इसे 5 अप्रैल को राष्ट्रपति की स्वीकृति प्राप्त हुई। राज्यसभा में अधिनियम के पक्ष में 128 और विरोध में 95 मत पड़े, जबकि लोकसभा में यह अधिनियम 288 के समर्थन और 232 के विरोध के साथ पारित हुआ। यह अधिनियम वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन को सुदृढ़ करने, सर्वेक्षण और पंजीकरण प्रक्रिया को सरल करने, विवादों के शीघ्र समाधान और वक्फ परिसंपत्तियों के विकास को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से लाया गया है।

असम में सांप्रदायिक सौहार्द और ‘बोहाग बिहू’ की तैयारियां

मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि पूरे राज्य में लोग जाति, धर्म, समुदाय की सीमाओं से ऊपर उठकर ‘बोहाग बिहू’ (रंगाली बिहू) के स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। उन्होंने कहा,
‘मेरी असम पुलिस को बधाई, जिनके व्यापक और प्रभावी ग्राउंडवर्क के कारण शांति बनी रही। आज असम के लोग मिलकर हमारे प्रिय “बोहाग बिहू” का उल्लास और सौहार्द के साथ स्वागत कर रहे हैं’।

असम में प्रदर्शन और शांति व्यवस्था

जहां एक ओर देश के अन्य हिस्सों में शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के कुछ समूहों द्वारा वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन किए गए, वहीं असम में केवल तीन स्थानों पर सीमित प्रदर्शन देखने को मिले। असम पुलिस की त्वरित कार्रवाई और निगरानी के चलते राज्य में किसी भी प्रकार की अराजकता या सांप्रदायिक तनाव की स्थिति नहीं बनी।

बोहाग बिहू 2025 की सांस्कृतिक छटा

असम के गुवाहाटी समेत विभिन्न क्षेत्रों में बोहाग बिहू 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। अप्रैल के दूसरे सप्ताह में मनाया जाने वाला यह पर्व असमिया नववर्ष का प्रतीक है और इसे सांस्कृतिक उत्सव, नृत्य, संगीत, और पारंपरिक व्यंजनों के साथ पूरे राज्य में धूमधाम से मनाया जाता है।

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