नई दिल्ली : Delhi Assembly Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज एलान होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने इस संदर्भ में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है, जो दोपहर 2 बजे होगी। इसमें चुनाव की तारीखों का एलान किया जाएगा, जिससे राजधानी के लाखों मतदाता चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
फरवरी में हो सकते हैं चुनाव
दिल्ली में कुल 70 विधानसभा सीटों के लिए फरवरी महीने में चुनाव संभावित हैं। चुनाव आयोग के अधिकारियों का मानना है कि यह चुनाव एक ही चरण में संपन्न हो सकते हैं, जैसा कि पिछले विधानसभा चुनावों में हुआ था। इस बार भी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है। तीनों प्रमुख पार्टियां दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं।
चुनाव आयोग ने जारी की फाइनल वोटर लिस्ट
सोमवार को चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी। इस बार दिल्ली में कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर हैं। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645, महिला मतदाताओं की संख्या 71,73,952 और थर्ड जेंडर की संख्या 1,261 है। इससे पहले, कई आरोप लगाए गए थे कि वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं, जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस पर सफाई दी और फाइनल लिस्ट जारी की।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि वह जानबूझकर वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम हटा रही है। इसके बाद आयोग ने स्थिति स्पष्ट करते हुए फाइनल वोटर लिस्ट जारी की, जिसमें कुल 1.55 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।
वोटरों की संख्या में वृद्धि
दिल्ली में इस बार वोटर्स की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है। 2020 के विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार लगभग 7.26 लाख और 2024 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 3.10 लाख अधिक वोटर्स जुड़े हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में कुल 1.47 करोड़ वोटर्स थे, जबकि 2024 के लोकसभा चुनाव के समय यह संख्या बढ़कर 1.52 करोड़ के करीब पहुंच गई थी।
पिछली विधानसभा चुनावों के नतीजे
दिल्ली विधानसभा के पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतकर इतिहास रचा था। यह पहली बार था जब किसी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में इतनी बड़ी जीत हासिल की थी। इसके बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी को 8 सीटें ही मिलीं। कांग्रेस ने दोनों चुनावों में कोई सीट नहीं जीती।
आम आदमी पार्टी की यह जीत दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है, क्योंकि पार्टी ने न केवल दिल्ली के शहरी क्षेत्रों में, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी अपनी पकड़ मजबूत की। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस बार अपनी रणनीतियों को बदलने की कोशिश कर रही हैं ताकि वे आम आदमी पार्टी को चुनौती दे सकें।
चुनावी मुकाबला
इस बार भी दिल्ली में चुनावी मुकाबला कड़ा रहने की उम्मीद है। आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस तीनों पार्टियों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने विकास के मुद्दे को उठाते हुए दिल्ली सरकार की योजनाओं को जनता के बीच प्रचारित किया है। बीजेपी ने केंद्र सरकार की योजनाओं और राज्य सरकार के खिलाफ कई आरोप लगाए हैं, जबकि कांग्रेस अपनी पुरानी खोई हुई जमीन को फिर से तलाशने की कोशिश कर रही है।