सेंट्रल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए ‘जमीन कब्ज़ा’ करने के आरोप साबित हो जाते हैं तो वह इस्तीफा दे देंगे।
खड़गे ने कहा कि अनुराग ठाकुर द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है और उन्होंने BJP सांसद से मांग की कि या तो वह इन ‘बेतुके’ आरोपों को साबित करें या इस्तीफा दें।
अनुराग ठाकुर ने लगाए थे ये आरोप
इससे पहले, बुधवार को अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में कांग्रेस की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि वक्फ बिल का विरोध करने से कांग्रेस की ‘सांप्रदायिक तुष्टीकरण की राजनीति’ का अंत हो जाएगा। अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि वक्फ बोर्ड को मुस्लिम समुदाय की भलाई के लिए संपत्तियों का प्रबंधन करना था, लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने इस भूमि का उपयोग अपने ‘वोट बैंक एटीएम’ के रूप में किया। जमीनें कब्जा की गईं।
बोले अनुराग-तय करें कि आप संविधान के साथ या वक्फ के
वक्फ (संशोधन) बिल, 2025 पर चर्चा में भाग लेते हुए, अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह कानून में बदलाव नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है कि देश को केवल संविधान के अनुसार चलाया जाएगा। उन्होंने कहा, “आपको यह तय करना होगा कि आप संविधान के साथ खड़े होंगे या वक्फ के साथ।”
‘भारत को वक्फ बोर्ड से डर से मुक्ति चाहिए’
जमीन जिहाद का बचाव करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, “भारत ने 1947 में विभाजन देखा था। वह विभाजन एक परिवार और एक पार्टी की वजह से हुआ था। आज हम जमीन जिहाद के नाम पर दूसरा विभाजन नहीं होने देंगे। हम इसे होने नहीं देंगे। भारत को वक्फ बोर्ड से डर से मुक्ति चाहिए।” बीजेपी नेता ने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे राजनीतिक कारणों से इस बिल का विरोध कर रहे हैं, जबकि उन्हें वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में हो रही अत्याचार को ध्यान में रखना चाहिए था।
जबरदस्ती कब्जा की गईं जमीनें
उन्होंने कहा कि पूरे देश में वक्फ संपत्तियों पर केवल कुछ ही लोग नियंत्रण रखते हैं। ठाकुर ने कहा कि सिर्फ 200 लोग वक्फ संपत्तियों पर नियंत्रण रखते हैं और जो भूमि हिंदुओं, दलितों, आदिवासियों और पिछड़ी जातियों की है, उसे जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया है, लेकिन इस अन्याय के खिलाफ कोई नहीं बोलता।