स्पेशल डेस्क, नई दिल्ली : वर्ष 2003 में एक फिल्म आयी थी कोई मिल गया (koi mil gaya) । यह फिल्म ब्रह्मांड (universe) के रहस्यों पर आधारित एक काल्पनिक कथा थी लेकिन कई वर्षों बाद फिल्म आधी हकीकत-आधा फसाना साबित हुई है। भारत ने अमेरिका के साथ मिलकर ब्रह्मांड (universe) का ऐसा रहस्य खोल दिया है कि दुनिया हैरान है। दरअसल,ब्रह्मांड(universe) में बहुत कुछ ऐसा है, जिसके बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है। दुनिया भर के लाखों वैज्ञानिक ऐसे ही रहस्यों का पता लगाने के लिए दिनरात काम कर रहे हैं। कई बार इस काम में उन्हें शानदार सफलता भी मिलती है।
एक बार फिर कुछ ऐसा ही हुआ है। पहली बार ब्रह्मांड में हमेशा गूंजने वाली ‘हम्म्म्म’ की आवाज का खुलासा हुआ है। ये ध्वनि ब्रह्मांड(universe) में हमेशा गूंजती रहती है। इसे सुनकर ऐसा लगता है जैसे आप किसी शोरगुल वाली जगह पर बैठे हों। फिल्म कोई मिल गया में भी ऐसी ही आवाज सुनाई देने का दावा किया गया था। हालांकि फिल्म में इसे एलियन से जोड़ दिया था लेकिन यह सच्चाई है कि ब्रह्मांड से आवाज आती है।
जानें ब्रह्मांड के रहस्य सुलझाने से क्या है भारत का कनेक्शन
भारत, अमेरिका, यूरोप, चीन और ऑस्ट्रेलिया के साइंटिस्ट्स को रेडियो टेलीस्कोप की मदद से इस बात का सबूत मिला है कि ब्रह्मांड में हमेशा गूंजने वाली ‘हम्म्म्म’ की आवाज ग्रैविटेशनल वेव यानी गुरुत्वाकर्षण तरंगों की वजह से निकलती है। भारत सहित दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की है कि अंतरिक्ष में कई जगहों पर गैस हैं। जिनके कारण ध्वनि तरंगें घूमती रहती हैं। अगस्त 2022 में नासा ने पर्सियस आकाश गंगा समूह के केंद्र में एक बड़े ब्लैक होल की ध्वनि को खोजा था। नासा ने इस ब्लैक होल से निकलने वाली ध्वनि को जारी किया था। इसे कई लोग ऊं की आवाज होने का दावा कर रहा था।
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कैसे बदलते रहे हैं ब्रह्मांड के बारे में किये जाने वाले अलग-अलग दावे
ब्रह्मांड (universe) के बारे में किये जाने वाले दावे अक्सर बदलते रहे हैं। पहले ये कहा जाता था कि ब्रह्मांड (universe) में कोई आवाज नहीं होती। करीब 15 साल तक के आंकड़े जुटाने के बाद वैज्ञानिकों ने इस धारणा को खारिज कर दिया है। सबसे पहले नासा ने कहा था कि यह धारणा गलत है कि अंतरिक्ष में कोई ध्वनि नहीं है, क्योंकि आकाशगंगा खाली है, जिससे ध्वनि तरंगों को यात्रा करने का कोई रास्ता नहीं मिलता।
एक गैलेक्सी क्लस्टर में इतनी गैस है कि आवाज का होना स्वभावित है। नासा ने यह भी कहा है कि हमने वास्तविक ध्वनि को पकड़ लिया है। यहां एक ब्लैक होल की एंप्लीफाइड और अन्य डेटा के साथ मिक्स करके बनाई गई ध्वनि है। ये आवाज एक कंपन है। यह बहुत साफ और तेज सुनायी देती है।

