मिर्जापुर : भदोही के भाजपा सांसद डॉ. विनोद बिंद के कडसरा स्थित कार्यालय में गुरुवार की रात आयोजित दावत के दौरान हंगामा हो गया। इस दावत में बकरे की बोटी को लेकर जमकर लात-घूंसे चले, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए। किसी का सिर फटा, तो किसी का हाथ टूटा। यह घटना सांसद द्वारा दी गई दावत में खाने के वितरण को लेकर हुई।
दावत में हंगामा: 200 की बजाय 1000 लोग पहुंचे
सांसद डॉ. विनोद बिंद ने अपने कार्यालय में एक दावत का आयोजन किया था, जिसकी व्यवस्था 200 लोगों के खाने की थी। लेकिन, जब लगभग 1000 लोग वहां पहुंचे, तो खाने की व्यवस्था में कमी हो गई। अधिक लोगों के आने के कारण मीट की कमी हो गई, और इससे विवाद शुरू हो गया।
जूस परोसा, तो मचा बवाल
वास्तव में, एक युवक जो सांसद के ड्राइवर के भाई के बुलावे पर आया था, उसे बकरे की बोटी की बजाय जूस परोसा गया। इस पर युवक ने आपत्ति जताई और पूछा, “बोटी कहां है? ठीक से बांटिए!” यह बात सुनते ही वहां बैठे लोग आपस में भिड़ गए और स्थिति हाथापाई में बदल गई। बर्तन, बाल्टियां और अन्य वस्तुएं एक-दूसरे पर फेंकी गईं।
उमा बिंद ने विपक्ष पर लगाया आरोप
सांसद की प्रतिनिधि उमा बिंद ने इस हंगामे के लिए विपक्षी पार्टी को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था, “यह हंगामा विपक्ष की साजिश के तहत हुआ, जिन्होंने दावत में बिना बुलाए आकर शराब पी और मारपीट की।” उमा बिंद ने बताया कि सांसद ने कार्यक्रम में सिर्फ दस मिनट तक शिरकत की था, और उसके बाद वह चले गए थे। उनके जाने के बाद ही हंगामा हुआ।
दावत के बाद फिर से शुरू हुआ भोजन
हंगामे के बाद कुछ समय के लिए दावत रोक दी गई, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य होने पर भोजन का सिलसिला फिर से शुरू हो गया। यह घटना भदोही में सांसद द्वारा आयोजित एक साधारण दावत में हिंसा का रूप ले लिया, जिससे न सिर्फ वहां मौजूद लोग घायल हुए, बल्कि पूरे इलाके में दावत के आयोजन को लेकर सवाल उठने लगे।