नई दिल्ली : यात्रा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ओयो ने अपनी चेक-इन नीति में बड़ा बदलाव किया है। इस नए नियम के तहत अविवाहित जोड़ों को अब ओयो होटलों में चेक-इन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह नीति मेरठ से शुरू की गई है, और इसके तहत केवल विवाहित जोड़े ही होटल में कमरे बुक कर सकेंगे।
क्या है ओयो की नई नीति?
ओयो ने अपनी नई नीति में कहा है कि अब सभी जोड़ों को होटल में चेक-इन करते समय अपने रिश्ते का वैध प्रमाण दिखाना होगा। यह नियम ऑनलाइन बुकिंग पर भी लागू होगा। यानी, यदि किसी जोड़े ने ओयो के प्लेटफॉर्म पर कमरे के लिए बुकिंग की है, तो उन्हें चेक-इन करते समय वैध प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
कंपनी ने अपने भागीदार होटलों को स्थानीय सामाजिक संवेदनशीलताओं के अनुसार अविवाहित जोड़ों की बुकिंग अस्वीकार करने का अधिकार दिया है। इसके अलावा, ओयो ने मेरठ में इस नीति को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश दिया है।
ओयो की यह नीति क्यों लागू की गई?
कंपनी का कहना है कि वह अपने होटलों में सुरक्षित और जिम्मेदार आतिथ्य प्रथाओं को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। ओयो के उत्तर भारत के क्षेत्र प्रमुख पावस शर्मा ने बताया कि ओयो व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सम्मान करता है, लेकिन साथ ही वह स्थानीय कानूनों और नागरिक समाज समूहों की राय को भी महत्व देता है।
इस नीति का उद्देश्य उन स्थानीय सामाजिक समूहों की चिंताओं को हल करना है, जो अविवाहित जोड़ों के लिए होटलों में चेक-इन करने की अनुमति नहीं देने की मांग कर रहे थे। इसके साथ ही, ओयो ने यह भी बताया कि वह समय-समय पर इस नीति की समीक्षा करेगा और जरूरत के अनुसार बदलाव करेगा।
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