मुंगेर: बिहार के मुंगेर जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां रेलवे ट्रैक पर हुए एक हादसे में तीन लोगों की जान चली गई। मृतकों में एक मां-बेटा और एक अन्य महिला शामिल हैं। यह हादसा उस समय हुआ जब ये लोग रेलवे ट्रैक पार कर दूसरी ओर जा रहे थे, तभी अचानक एक ट्रेन की चपेट में आ गए। यह दुखद घटना जमालपुर-बरियारपुर रेल खंड के ऋषिकुंड हॉल्ट के पास घटी।
घटना का विवरण
हादसा उस समय हुआ जब तीनों लोग रेलवे ट्रैक पार कर दूसरी ओर जा रहे थे। इनमें से एक महिला अपनी ससुराल भागलपुर जा रही थी और अन्य दो, एक मां और उसका बेटा थे, जो रतनपुर गांव से थे। जब वे रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे, तभी हावड़ा-गया एक्सप्रेस ट्रेन अचानक आ गई और तीनों की चपेट में आ गए। ट्रेन की रफ्तार इतनी तेज थी कि वे मौके पर ही कुचले गए और उनकी मौत हो गई।
मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान रतनपुर निवासी रामानंद चौधरी की 65 वर्षीय पत्नी रुचि देवी और उनके 42 वर्षीय बेटे अमित कुमार के रूप में हुई है। तीसरी मृतक महिला की पहचान भी रतनपुर की रहने वाली उषा देवी (65) के रूप में की गई है, जो सुनील पांडे की पत्नी थीं। तीनों की मौत ने गांव में शोक की लहर फैला दी है।
घटना का कारण
इस हादसे के बारे में मृतक के बेटे मनोरंजन ने बताया कि उसकी मां भागलपुर जाने के लिए घर से निकली थीं। वह ऋषिकुंड हॉल्ट से जमालपुर-देवघर एमयू ट्रेन पकड़ने वाली थीं। जैसे ही उन्होंने रेलवे ट्रैक पार किया, हावड़ा-गया एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए। ट्रेन की तेज रफ्तार और स्थिति के कारण वे भागने का समय भी नहीं पा सके और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
स्थानीय निवासी मंटू कुमार ने भी घटना के बारे में बताया कि तीनों लोग पटरी पार कर दूसरी तरफ जा रहे थे, तभी अप लाइन पर आ रही हावड़ा-गया एक्सप्रेस ट्रेन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया, जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
बरियारपुर थानाध्यक्ष वीरभद्र सिंह ने हादसे की पुष्टि की और बताया कि पुलिस को तीन लोगों की ट्रेन से कटकर मौत होने की सूचना मिली थी। मृतकों के शवों को पोस्टमोर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है और पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या हादसा मानवीय लापरवाही के कारण हुआ या इसमें कोई अन्य कारण था।
स्थानीय लोगों की चिंता
यह हादसा स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि रेलवे ट्रैक के आसपास इस तरह के हादसे अक्सर होते रहते हैं। लोग शिकायत करते हैं कि रेलवे ट्रैक पार करने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं होते, जिससे इस तरह की घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। कुछ स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर रेलवे प्रशासन इस इलाके में सुरक्षा के उपायों को मजबूत करता, तो शायद इस तरह का दर्दनाक हादसा टाला जा सकता था।

