लोहरदगा : लोहरदगा को बाक्साइट नगरी भी कहा जाता है। लेकिन यहां के लोगों को बाक्साइट से कितना फायदा है ये तो यहां के लोग ही जानते हैं। ट्रक आनरों को कंपनी में ट्रक चलाने के लिए नंबर ट्रांसफर में भी पैसे की मांग की जाती है।
इस संबंध में मोहम्मद आफताब अंसारी न्यू रोड मिल्लत कॉलोनी लोहरदगा ने लोहरदगा डीसी को आवेदन देकर कहा है कि गुरदरी मांइस से चटो साइडिंग तक हिंडालको द्वारा चलने वाली एक गाड़ी का नाम ट्रांसफर के लिए रुपए की मांग की जा रही है और ट्रांसफर नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि मैंने चंदन मिंज से हिंडालको कंपनी के गुरदरी माइंस में चलने वाली एक ट्रक खरीदा है।
इस संबंध में शपथ पत्र भी कंपनी के समक्ष जमा किया हूं और लगातार आवेदन देने के पश्चात हिंडालको कंपनी को ट्रांसफर करने के लिए कह रहा हूं। लेकिन पठारी ट्रक ओनर एसोसिएशन आनरों का शोषणकर रह रहा है। उन्होंने कहा कि वे छह महीने से कभी एसोसिएशन और कंपनी के बीच दौड़ रहे हैं। लेकिन अभी तक उनकी गाड़ी का ट्रांसफर कंपनी ने नहीं किया है । कंपनी के अधिकारी राकेश शर्मा उफ गोपू द्वारा मुझसे पचास हजार रुपए की मांग की जा रही है। मुझे बताया गया कि जो ट्रक आनर पैसा देते हैं उनका काम हो जाता है और जो पैसा नहीं देते हैं वह सालों से दौड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि मैं इन सब चीजों से तंग आकर गाड़ी का टैक्स भरते भरते थक चूका हूं और अब मेरे लिए करो या मरो की स्थिति है। इसलिए मैं तंग आकर जिले के आला अधिकारियों को आवेदन दे रहा हूं। इसके बाद भी उचित कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में मजबूर होकर हिंडालको कंपनी के मेन गेट के सामने आत्मदाह करने को बाध्य होउंगा, जिसकी सारी जिम्मेवारी हिंडालको कंपनी के अधिकारी राकेश शर्मा ऊफ गोपू एवं पठारी आनर एसोसिएशन की होगी। उन्होंने आवेदन की प्रति एसपी, एसडीओ सहित अन्य अधिकारियों को भी दी है।