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राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत महू दंगे में दो गिरफ्तार, 50 के नाम 9 एफआईआर दर्ज

उनके खिलाफ लोगों को गाली देने, जान से मारने की धमकी देने, तोड़फोड़ करने, लोगों की पिटाई करने, साम्प्रदायिक उत्तेजना फैलाने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने जैसे विभिन्न आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं।

by Reeta Rai Sagar
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भोपालः मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रशासन ने महू में आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम की जीत का जश्न मना रहे, रैली के दौरान भड़काए गए सांप्रदायिक दंगों में कथित तौर पर शामिल दो व्यक्तियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लगाया है। पुलिस ने अब तक 50 व्यक्तियों के खिलाफ 9 एफआईआर दर्ज किए हैं और 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

रविवार को भारतीय टीम द्वारा चैंपियंस ट्रॉफी जीते जाने के बाजद पटाखे जलाने को लेकर छिड़े विवाद के बाद से इलाके में दो गुटों के बीच पथराव और फिर सांप्रदायिक झड़प की खबरें आ थी। इस विवाद में कई दुकानों और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था।

जिला कलेक्ट्रेट आशीष सिंह ने कहा कि…..

“इंदौर में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट आशीष सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत दो व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की है,” एक आधिकारिक बयान में कहा गया। सिंह ने यह आदेश इंदौर (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर महू के बतख मोहल्ला निवासी सोहेल कुरेशी और कंचन विहार खान कॉलोनी निवासी इजाज खान के खिलाफ NSA की धारा 1980 के तहत जारी किया है।

आरोपियों ने साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश रची थी
बयान में कहा गया कि लोग तिरंगे के साथ मोटरसाइकिलों पर विजय जुलूस निकाल रहे थे, तभी महू के मोती महल चौक पर आरोपी ने “साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने” की साजिश की और पथराव किया। बयान में यह भी कहा गया कि इस दौरान बच्चे और युवा जुलूस में भाग ले रहे थे और आरोपियों ने जुलूस को बाधित करने के लिए पत्थर और ईंटें फेंकीं, जिससे लोग घायल हो गए और इलाके में साम्प्रदायिक सद्भाव नष्ट हो गया।

जिला प्रशासन ने कहा कि जिन दोनों आरोपियों पर NSA लगाया गया है, वे आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त थे। उनके खिलाफ लोगों को गाली देने, जान से मारने की धमकी देने, तोड़फोड़ करने, लोगों की पिटाई करने, साम्प्रदायिक उत्तेजना फैलाने और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने जैसे विभिन्न आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं।

आधिकारिक बयान में बताया गया कि आरोपियों की गतिविधियों से इलाके में सार्वजनिक व्यवस्था प्रभावित होने की गंभीर संभावना थी और जिले में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उनके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई की गई है।

पुलिस ने पहले दोनों समूहों की शिकायतों के आधार पर सात एफआईआर दर्ज की थी। अब दो और एफआईआर दर्ज की गई हैं और अब तक 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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