श्रीनगर/नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर एक बार फिर से तनाव चरम पर पहुंच गया है। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने भी कड़ी जवाबी कार्रवाई की।
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब कुछ ही दिन पहले, पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच राजनयिक और सैन्य तनाव तेजी से बढ़ा है।
25-26 अप्रैल की मध्यरात्रि को हुई गोलीबारी
सैन्य सूत्रों के अनुसार, गुरुवार और शुक्रवार की मध्यरात्रि को, पाकिस्तानी सेना ने कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थित भारतीय चौकियों पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। यह गोलीबारी पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों से की गई थी, जो पूरी तरह से संघर्ष विराम उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना ने त्वरित और सटीक जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। इस घटना में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव
इससे पहले मंगलवार को पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 आम नागरिकों की जान चली गई थी, जिसके बाद से देश में आक्रोश है। सरकार को इस हमले के तार सीमा पार से जुड़े होने का शक है और यही कारण है कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई निर्णायक कदम उठाए हैं।
भारत का पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख
भारत के इन निर्णयों के जवाब में पाकिस्तान ने भी गुरुवार को भारत के सभी विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया और भारत के साथ व्यापार को स्थगित करने का फैसला लिया। इसके अलावा, पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि के निलंबन को युद्ध की कार्रवाई की चेतावनी देते हुए खारिज कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी का सख्त संदेश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पहलगाम हमले को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा, ‘भारत उन सभी आतंकियों को खोज निकालेगा, जो इस साजिश में शामिल हैं और उन्हें ऐसी सजा देगा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी’।