लखनऊ : यूथ कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी प्रभात पांडेय की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में लखनऊ के माॅल एवेन्यू स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के कमरे को सील कर दिया गया है। इसी कमरे में वह अचेत अवस्था में पाए गए थे। गुरुवार देर रात को पुलिस, श्वान दस्ते एवं फाॅरेंसिक की फील्ड यूनिट के साथ पहुंची थी। फोरेंसिक टीम द्वारा कमरे से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। इस मामले में 20 लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है।
मुख्यालय की हो रही गहनता से जांच
यूथ कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारी प्रभात पांडेय की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई, मौत के मामले में पुलिस ने अपनी जांच में तेजी लाते हुए, कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय के उस कमरे को सील कर दिया है, जहां वह अचेत अवस्था में पाए गए थे। पुलिस के साथ ही इस घटना की जांच में श्वान दस्ता एवं फॉरेंसिक टीम भी जुड़ गई है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। 20 लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भी जारी किए गए हैं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज से भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में फॉरेंसिक टीम, कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय के उस कमरे की जांच कर रहा है, जहां प्रभात पांडे की मौत हुई थी। जांच के लिए पहुंची टीम ने कमरे के गद्दे- कुर्सी तथा अन्य वस्तुओं को हटाए जाने की आशंका जताई है।
यह था घटनाक्रम
यह घटना उस समय हुई थी, जब कांग्रेस कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के लिए जा रहे थे। कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई थी। इसके बाद प्रभात पांडेय प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के अंदर गए थे और वहीं कुछ समय बाद वह मृत अवस्था में पाए गए। उनके चाचा मनीष कुमार पांडेय को किसी ने फोन पर इसकी सूचना दी। इसके बाद उन्होंने थाने में FIR दर्ज कराई। प्रभात पांडेय के चाचा ने यह आरोप लगाया था कि किसी के फोन करके बुलाने पर वह धरना- प्रदर्शन में शामिल होने गए थे। इसके बाद उन्हें सूचना मिली कि प्रभात बेसुध हालत में पड़े हैं और उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
Read Also- BIHAR GOVERNMENT DA INCREASE : नीतीश सरकार ने राज्य के कर्मचारियों को दिया तोहफा, बढ़ाया DA