लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बेसिक और माध्यमिक स्कूलों में एक अगस्त से पढ़ाई (UP Education), नामांकन और निर्माण कार्यों की जमीनी हकीकत जांचने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। 1 अगस्त से 14 अगस्त 2025 तक पूरे प्रदेश में स्कूलों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। इस कार्य के लिए 36 वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाई गई है।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत निरीक्षण
इस निरीक्षण अभियान को समग्र शिक्षा योजना के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है। 18 मंडलों में मंडलवार दो-दो अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। ये अधिकारी स्थलीय निरीक्षण कर 14 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे, जो स्कूलों की गुणवत्ता और व्यवस्थाओं पर आधारित होगी।
UP Education : किन स्कूलों का होगा निरीक्षण
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने बताया कि निरीक्षण अधिकारियों को हर मंडल के कम से कम दो जिलों में निम्नलिखित प्रकार के स्कूलों का निरीक्षण करना होगा:
- एक पीएम श्री विद्यालय
- एक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी)
- एक परिषदीय प्राथमिक विद्यालय
- एक उच्च प्राथमिक विद्यालय
- एक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय
- एक इंटर कॉलेज
- एक आंगनबाड़ी केंद्र
निरीक्षण का उद्देश्य
अधिकारियों को इन स्कूलों में निम्न बिंदुओं पर विशेष ध्यान देना होगा:
- नामांकन की स्थिति
- पठन-पाठन की गुणवत्ता
- निर्माण कार्यों की प्रगति और स्थिति
- विद्यालय भवन की मजबूती या जर्जर स्थिति
- फर्नीचर की उपलब्धता
- परिवार सर्वे की स्थिति
UP Education : रिपोर्ट अपलोड और सुधारात्मक कार्रवाई
सभी निरीक्षणों की रिपोर्ट प्रेरणा निरीक्षण एप पर अपलोड की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर जिला और मंडलीय अधिकारी आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई करेंगे, ताकि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सुविधाएं सुनिश्चित की जा सकें।
यह अभियान प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।