लखनऊ : उत्तर प्रदेश के टीईटी पास शिक्षा मित्रों ने स्थायी नियुक्ति और सम्मानजनक वेतन की मांग को लेकर शनिवार को भूख हड़ताल का रास्ता अपनाया। ईको गार्डन, लखनऊ में 19 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे इन शिक्षा मित्रों की मांग है कि उन्हें स्थायी शिक्षक घोषित किया जाए और मानदेय में बढ़ोतरी की जाए।
प्रदर्शनकारी शिक्षा मित्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की उम्मीद जताई है। उन्होंने शनिवार को प्रतीकात्मक रूप से भोजन त्याग कर अपना आक्रोश जाहिर किया।
शिक्षा मित्रों की मुख्य मांगें क्या हैं?
- स्थायी नियुक्ति का दर्जा
- ₹10,000 मानदेय को बढ़ाकर सम्मानजनक वेतन
- 12 माह की तनख्वाह (वर्तमान में सिर्फ 11 महीने का भुगतान)
- उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसी नीति यूपी में लागू हो
क्या बोले शिक्षक उत्थान समिति के प्रदेश अध्यक्ष?
गुड्डू सिंह, जो शिक्षक/शिक्षामित्र उत्थान समित के प्रदेश अध्यक्ष हैं, उन्होंने कहा : “हमारे पास परिवार चलाने का कोई स्थायी साधन नहीं है। ₹10,000 में गुजारा मुश्किल है। मुख्यमंत्री से अपील है कि हमें बुलाकर हमारी बात सुनें और समाधान करें।”
धरना में महिलाएं भी शामिल
इस प्रदर्शन में महिला शिक्षा मित्र भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। 27 मई से शुरू हुए इस आंदोलन में कई जिलों से आए टीईटी पास अभ्यर्थी शामिल हैं, जो जलते सूरज और उमस के बीच भी न्याय की मांग कर रहे हैं।
“अब और इंतज़ार नहीं!”
धरना स्थल पर मौजूद कई प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर सरकार ने अब भी बात नहीं सुनी, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। मुख्यमंत्री से सीधी बातचीत ही अब इस संघर्ष को समाप्त कर सकती है।