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उर्वशी रौतेला मंदिर विवाद: अभिनेत्री के बयान पर मचा बवाल, टीम ने जारी किया आधिकारिक बयान

उर्वशी रौतेला की टीम ने यह भी साफ किया कि अगर किसी ने इस विवाद को और बढ़ाया या भ्रामक जानकारी फैलाई तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

by Reeta Rai Sagar
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देहरादून: बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। इस बार मामला उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के पास स्थित एक ‘उर्वशी मंदिर’ को लेकर दिए गए उनके बयान से जुड़ा है। एक इंटरव्यू में अभिनेत्री के इस दावे ने विवाद खड़ा कर दिया कि बद्रीनाथ के पास एक मंदिर उनके नाम पर है, जहां छात्र उनकी पूजा करते हैं और उन्हें ‘दमदमी माई’ कहकर पुकारते हैं।

मंदिर को लेकर दिए गए बयान पर मचा विवाद
हाल ही में अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने एक बातचीत के दौरान कहा था, “बद्रीनाथ धाम के पास जो उर्वशी मंदिर है, वो मेरे नाम पर बना है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र वहां मेरी तस्वीर पर माला पहनाकर पूजते हैं और मुझे ‘दमदमी माई’ कहते हैं।”

इस बयान के बाद वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद स्थानीय पुजारी और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने अभिनेत्री के इस दावे को भ्रामक और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया।

टीम ने दी सफाई
इस मामले पर उठे विवाद के बाद उर्वशी रौतेला की टीम ने आधिकारिक बयान जारी किया। बयान में कहा गया है कि अभिनेत्री के शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है, उन्होंने यह नहीं कहा कि मंदिर उनका है।

बयान के अनुसार, “उर्वशी रौतेला ने कहा था कि उत्तराखंड में एक मंदिर है जिसका नाम ‘उर्वशी मंदिर’ है, न कि ‘उर्वशी रौतेला मंदिर’। अब लोग सिर्फ ‘उर्वशी’ और ‘मंदिर’ सुनकर यह मानने लगे कि लोग उर्वशी रौतेला की पूजा करते हैं। कृपया वीडियो को ठीक से सुनें और फिर बात करें।”

टीम ने आगे कहा, “दिल्ली यूनिवर्सिटी में उन्हें ‘दमदमी माई’ कहा जाता था और इस पर मीडिया रिपोर्ट्स भी हैं। अभिनेत्री के बयान को गलत तरीके से पेश करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

पुजारी और ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
बद्रीनाथ धाम के पूर्व धार्मिक अधिकारी और वरिष्ठ पुजारी भुवन चंद्र उनियाल ने अभिनेत्री के दावे को गुमराह करने वाला बताया। उन्होंने कहा, “यह मंदिर किसी अभिनेत्री का नहीं है। उर्वशी मंदिर का संबंध हिंदू पौराणिक कथाओं की देवी सती से है और यह 108 शक्तिपीठों में से एक है।”

उन्होंने आगे कहा, “बमणी और पांडुकेश्वर गांव के लोग यहां पारंपरिक रूप से पूजा करते हैं। किसी भी व्यक्ति को इतने पवित्र स्थल के साथ व्यक्तिगत दावे नहीं करने चाहिए। सरकार को इस पर कड़ा कदम उठाना चाहिए।”

स्थानीय निवासी रामनारायण भंडारी ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह मंदिर हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है। कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी प्रसिद्ध क्यों न हो, इस तरह का दावा नहीं कर सकता।”

लीगल एक्शन की चेतावनी
उर्वशी रौतेला की टीम ने यह भी साफ किया कि अगर किसी ने इस विवाद को और बढ़ाया या भ्रामक जानकारी फैलाई तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभिनेत्री ने भी अपने बयान में कहा, “तथ्यों की सही जानकारी लिए बिना किसी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना गलत है। समाज में सभी को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।”

यह मामला अब कानूनी और सामाजिक दोनों स्तरों पर चर्चा का विषय बन चुका है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है और उर्वशी रौतेला की ओर से आगे क्या प्रतिक्रिया आती है।

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