लखनऊ : रमजान के महीने की अलविदा जुमा की नमाज के मौके पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न मस्जिदों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काली पट्टी बांधकर वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील पर राज्य के सभी जिलों में यह प्रदर्शन किया गया। लखनऊ के ऐशबाग ईदगाह में नमाज अदा करने पहुंचे मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली और मौलाना सुफियान निजामी सहित तमाम मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपनी बांहों पर काली पट्टी बांधकर बिल का विरोध किया।
बिल के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध
लखनऊ में इस विरोध प्रदर्शन को लेकर मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि यह शांतिपूर्ण प्रदर्शन था और इसका उद्देश्य यह संदेश देना है कि पूरे देश के मुसलमान इस वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ हैं। उन्होंने इस विरोध को एक सशक्त संदेश बताया, जिसे संसद तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही शिया समुदाय के धर्मगुरुओं ने भी इस बिल को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए सरकार से पुनः विचार की अपील की है।
शिया और सुन्नी दोनों ने दिखाई एकजुटता
लखनऊ के अलावा संभल जिले में भी शिया और सुन्नी समुदायों के लोगों ने बड़े इंतजाम किए थे। मस्जिदों में अलविदा जुमा की नमाज अदा करने के लिए पहुंचे लोग हाथों में काली पट्टी बांधकर वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ अपनी एकजुटता दिखाई। जामा मस्जिद के चारों ओर पुलिस की निगरानी में पहुंचे मुस्लिम समुदाय के लोग इस बिल को मुसलमानों के खिलाफ साजिश मानते हुए इसका विरोध कर रहे थे। गोरखपुर, अलीगढ़, आगरा, मुरादाबाद और आजमगढ़ जैसे मुस्लिम बहुल जिलों में भी यह प्रदर्शन हुआ।
ड्रोन से की गई निगरानी
रमजान के इस खास दिन को लेकर प्रदेश सरकार के आदेश पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। कई स्थानों पर ड्रोन से निगरानी की गई, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो सके। बावजूद, अलविदा जुमा के दिन वक्फ संशोधन बिल के विरोध में मुस्लिम समुदाय ने अपनी आवाज बुलंद की।