

Jamshedpur News : झारखंड में एक बार फिर वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। जब राउरकेला से हावड़ा जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस जैसे ही गम्हरिया और सीनी रेलवे स्टेशन के बीच पोल संख्या 266/28, बालिगुमा के पास पहुंची, तभी अचानक पत्थर फेंके गए। पत्थरबाजी से ट्रेन के सी-2 कोच संख्या 62-63 का शीशा टूट गया। इस मामले में आरपीएफ ने एक किशोर पर कार्रवाई कर दी है। मगर, मामले की जांच में कुछ और नाम सामने आए हैं। आरपीएफ अब इनकी तलाश में जुट गई है।

बताते हैं कि घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल के जवान मौके पर पहुंचे थे और तत्काल जांच शुरू की थी। मौके पर हुई छानबीन के दौरान एक किशोर को पकड़ लिया गया था। पूछताछ में उसने कबूला कि उसने ये हरकत खेल-खेल में की थी। आरपीएफ ने उसे पहले चाईबासा रेलवे कोर्ट में पेश किया, जहां से नाबालिग होने के कारण उसे सरायकेला जुवेनाइल कोर्ट भेजा गया। वहां से उसे बेल बॉन्ड पर रिहा कर दिया गया। सूत्र बताते हैं कि इसके बाद मामले की जांच के दौरान कुछ और नाम सामने आए हैं, जिन्होंने किशोर को वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी के लिए उकसाया था। अब इन पर भी कार्रवाई की बात कही जा रही है। अलबत्ता संदिग्धों के परिजन अपने बच्चों को बचाने के लिए आरपीएफ से संपर्क साध रहे हैं।

सीनी रेलवे स्टेशन के आरपीएफ प्रभारी शैलेश चंद ने बताया कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है और रेलवे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रेन पर पत्थरबाजी जैसी घटनाएं बहुत गंभीर अपराध की श्रेणी में आती हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रेल प्रशासन लगातार इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए जागरूकता अभियान चलाने और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।

इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आधुनिक और तेज रफ्तार ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता बरती जा रही है। आरपीएफ की कार्रवाइयों के बाद भी ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
