पटना : Bihar Assembly Election 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को सुचारू, निष्पक्ष और पारदर्शी रूप से संपन्न कराने के उद्देश्य से भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (Chief Electoral Officer Bihar) में बदलाव किया है। एचआर श्रीनिवास का स्थान अब वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने ले लिया है। 2007 बैच के बिहार कैडर के अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल को निर्वाचन आयोग द्वारा नए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है।
विनोद सिंह गुंजियाल की नियुक्ति की अधिसूचना जारी
भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि विनोद सिंह गुंजियाल को तत्काल प्रभाव से बिहार का मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है। अधिसूचना के अनुसार, वे इस पद पर अगले आदेश तक कार्यरत रहेंगे। इस नियुक्ति के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि गुंजियाल के पास वर्तमान में जो भी विभागीय प्रभार हैं, उन्हें तुरंत मुक्त कर दिया जाए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का कार्यकाल और दायित्व
भारत निर्वाचन आयोग के नियमों के तहत कोई भी अधिकारी जब तक राज्य का मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बना रहता है, तब तक वह अन्य किसी विभागीय पद का प्रभार नहीं संभाल सकता। यह नियुक्ति विशेष रूप से 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) को ध्यान में रखते हुए की गई है, ताकि चुनाव प्रक्रिया की तैयारी समय रहते प्रभावी ढंग से की जा सके।
वर्तमान में किस पद पर थे विनोद सिंह गुंजियाल?
नवनियुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल वर्तमान में बिहार सरकार के मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव के पद पर कार्यरत थे। अब उन्हें इस पद से मुक्त कर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का पूर्णकालिक दायित्व सौंपा गया है।
एचआर श्रीनिवास का कार्यकाल समाप्त
वर्तमान पद से स्थानांतरित किए गए एचआर श्रीनिवास को मई 2018 में बिहार का मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किया गया था। वे 2016 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। निर्वाचन आयोग ने उनका तबादला कर दिया है, किंतु अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि बिहार सरकार उन्हें अगला कौन-सा पदभार सौंपेगी। इस संबंध में अधिसूचना की प्रतीक्षा की जा रही है।
2025 विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेजी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025) को देखते हुए राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी का यह बदलाव चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और सुगठित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण, बूथ पुनर्गठन और अन्य तकनीकी पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाए।