सेंट्रल डेस्क। Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले चुनाव आयोग के चीफ ने दिल्ली वालों के अधिक से अधिक वोट किए जाने की उम्मीद जताई। साथ ही उन्होंने ईवीएम पर लगने वाले आरोपों का भी खंडन किया गया।
एक ही चरण में होगा मतदान
चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान कर दिया है। चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होगा। चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित
दिल्ली में कुल 13,033 पोलिंग स्टेशन है। दिल्ली में 12 सीटें अनुसूचित जाति के लिए संरक्षित है। दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ मतदाता हैं। इनमें से दिल्ली में 83.49 लाख पुरुष और 71.74 लाख महिला मतदाता हैं। दिल्ली में 2.08 लाख लोग पहली बार मतदान करेंगे। दिल्ली में 25.89 लाख युवा मतदाता (20-29 आयु) हैं।
देश में साढ़े 10 लाख बूथ है। हर बूथ पर 4-5 पोलिंग ऑफिसर होते है, तो कुल मिलाकर 40-50 लाख पोलिंग ऑफिसर असाइंड होते है। सभी सवालों का जवाब देने से पहले चीफ ने एक शायरी पेश करते हुए कहा कि “सब सवाल अहमियत रखते है, जवाब तो बनता है। आदतन कलम बंद जवाब देते रहे, आज रूबरू भी बनता है। क्या पता हम कल हो न हो, आज जवाब तो बनता है।”
सवाल और चुनाव आय़ोग के जवाब
• आगे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि अदालतों ने 42 मौकों पर फैसला सुनाया है कि ईवीएम हैक नहीं किए जा सकते और छेड़छाड़ के आरोप पूरी तरह निराधार हैं।
• शाम 5 बजे के बाद मतदान बढ़ने पर सीईसी ने कहा कि, मतदान के आंकड़ों को बदलना असंभव है, शाम 5 बजे के बाद मतदान बढ़ने पर गलत कहानी फैलाई जा रही है।
• चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम मतदान के दिन से केवल 7-8 दिन पहले कमीशन किए जाते हैं और उम्मीदवारों को हर कदम पर उनके एजेंटों के माध्यम से सूचित किया जाता है।
गड़बड़ियों की गुंजाइश ही नहीं
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि मतदाता सूची तैयार करने के हर चरण में राजनीतिक दल शामिल होता हैं। उन्होंने आगे कहा कि मतदाता सूचियों को हटाने या जोड़ने में उचित प्रक्रिया का सख्ती से पालन किया जाता है, इसलिए किसी भी हेरफेर के लिए कोई जगह नहीं है। मतदाता सूची में अभी भी खबरें चल रही हैं, इसमें करीब 70 सीढ़ियां हैं… मतदाता सूची, चुनाव प्रक्रिया, ईवीएम, मतदान केंद्र, फॉर्म 17 (सी), मतगणना केंद्र, जहां राजनीतिक दल और उम्मीदवार हमारे साथ मौजूद हैं। जब भी मतदाता सूची बनती है, नियमित बैठकें होती हैं, यह फॉर्म 6 के बिना नहीं किया जा सकता है। हर हिस्से को बीएलए नियुक्त करने का अधिकार है। जो भी दावे और आपत्तियां उठाई जाती हैं, उन्हें एक ही समय में प्रत्येक राजनीतिक दल के साथ साझा किया जाता है।
तीसरी पारी होगी आप की
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी अपनी पिछली चुनावी सफलताओं के आधार पर लगातार तीसरे कार्यकाल का लक्ष्य रखेगी। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने 62 सीटें जीतकर 2020 में दिल्ली में सत्ता में वापसी की।