मॉस्को : दुनिया की सबसे बड़ी खबर आ रही है। रूस और युक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच रूस के प्राइवेट मिलिशिया वैगनर ग्रुप ने विद्रोह कर दिया है। वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोझिन अपने करीब 25000 लड़कों को लेकर रूस पहुंच चुके हैं। दावा किया जा रहा है कि लड़कों ने रोस्तोव में रूसी सेना के दक्षिणी हेडक्वार्टर पर कब्जा कर लिया है। रूसी सरकार ने कहना है कि मॉस्को में क्रेमलिन की सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गयी है। सूचना है कि रूसी सेना ने विद्रोही गुट पर हमला कर दिया है। इस बीच प्रोगोझिन ने रूसी उप विदेश मंत्री से मुलाकात की है। उन्होंने रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और सेना प्रमुख जनरल वालेरी गेरोसिगोव को हटाने की मांग की है। उसने कहा है कि इन दोनों लोगों की वजह से युक्रेन में रूसी सेना को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस बीच रूसी जांच एजेंसी ने प्रिगाेझिन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह के लिए भड़काने के आरोप में देशद्रोह का मामला दर्ज किया है। रूस में मचे बवाल के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेस्की के सलाहकार मिखइलो पोडोलियाक ने कहा है कि 48 घंटे में रूस की नयी स्थिति को परिभाषित करेंगे.
विद्रोह के बीच सड़कों पर आर्मी टैंक की मौजूदगी देखी जा रही है। वैगनर आर्मी के चीफ येवगेनी का दावा है कि वह रोस्तोव शहर पर कब्जा जमा चुके हैं, साथ ही मॉस्को को भी घेर लिया है। रूस में इस संकट के बीच पुतिन ने शनिवार दोपहर राष्ट्र को संबोधित किया और कहा कि, येवगेनी ने जो किया वह पीठ में छुरा भोंकने जैसा है, वैगनर आर्मी को इसका खामियाजा भुगतना होगा। रूस में गहराये गृहयुद्ध के संकट के बीच राष्ट्रपति
व्लादिमीन पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित किया। पुतिन ने कहा कि, रूस अपने भविष्य के लिए कड़ा संघर्ष कर रहा है और इसके लिए उन सभी चीजों को छोड़ने की जरूरत है जो हमें कमजोर करती हैं। उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्र के भाग्य का फैसला अभी किया जा रहा है। हमें सभी ताकतों को एकजुट करने और किसी भी मतभेद को दूर करने की आवश्यकता है। अपने संबोधन में पुतिन ने कहा कि आज हम जिस चीज का सामना कर रहे हैं वह आंतरिक विश्वासघात है। हमें रूस में अपनी सभी सेनाओं की एकता की आवश्यकता है। जो कोई भी विद्रोह के पक्ष में कदम उठायेगा उसे दंडित किया जायेगा। उन्हें कानून और हमारे लोगों को जवाब देना होगा।
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पुतिन ने कहा वैगनर को सजा भुगतनी होगी
पुतिन ने कहा कि अभी हम जो देख रहे हैं वह पीठ में छुरा घोंपने जैसा है, और उन्हें इसकी सजा भुगतनी होगी। हम अपने लोगों के जीवन और सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं और किसी भी मतभेद को दूर किया जाना चाहिए। पुतिन ने बहुत ही कड़े शब्दों में कहा कि, इस सशस्त्र विद्रोह पर हमारी प्रतिक्रिया कठोर होगी। निजी हितों के कारण देश के साथ विश्वासघात हुआ और हम अपने देश और अपने नागरिकों की रक्षा करेंगे।
पुतिन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा
मैं रूस के नागरिकों, सशस्त्र बलों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और विशेष सेवाओं के कर्मियों, उन सैनिकों और कमांडरों से अपील करता हूं कि वे और एकजुट हो जाये। वे जो अपने युद्ध स्थानों पर लड़ रहे हैं, दुश्मन के हमलों को नाकाम कर रहे हैं और वीरतापूर्वक ऐसा कर रहे हैं। मुझे उनकी साहसिकता का पता है। मैं आज रात सभी कमांडरों से फिर बात की है। मैं उन लोगों को भी संबोधित कर रहा हूं, जिन्हें इस आपराधिक साहसिक कार्य में लालच दिया गया है और धोखे या धमकियों के माध्यम से सबसे गंभीर अपराध, सशस्त्र विद्रोह के रास्ते पर धकेल दिये गये हैं। रूस आज नव-नाजियों और उनके आकाओं की आक्रामकता को विफल करते हुए, अपने भविष्य के लिए एक कठिन लड़ाई लड़ रहा है। पश्चिम की संपूर्ण सैन्य, आर्थिक और सूचना मशीनरी हमारे विरुद्ध काम कर रही है।
हम अपने लोगों के जीवन और सुरक्षा, अपनी संप्रभुता और स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं। हम रूस हैं । हम रूस बने रहने के अधिकार के लिए और एक हजार साल के इतिहास वाला राज्य बने रहने के लिए भी लड़ रहे हैं। पुतिन ने कहा कि, इस लड़ाई के दौरान सभी ताकतों की एकजुटता और जिम्मेदारी की जरूरत है। हम हर उस कलह और हर उस तथ्य-तर्क को परे रख देना चाहिए, जो हमें कमजोर करते हैं। जो अब हमारे सामने हमारे विरोध में खड़े हैं, यह हमारे देश और हमारे लोगों की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है।
यह बिल्कुल वही झटका है जो 1917 में रूस को लगा था जब देश ने प्रथम विश्व युद्ध लड़ा था। रूसियों ने रूसियों को मार डाला, भाइयों ने अपने भाइयों को मार डाला, और सभी प्रकार के राजनीतिक साहसी लोगों और विदेशी ताकतों ने आकर्षक हितों का लाभ उठाया। जिन्होंने देश को विभाजित किया और इसे टुकड़े-टुकड़े कर दिया। हम ऐसा दोबारा नहीं होने देंगे। हम सभी खतरों से अपने लोगों और अपने राज्य दोनों की रक्षा करेंगे. जिसमें आंतरिक विश्वासघात भी शामिल है।