बंगाल में दुर्गा पूजा बेहद खास होती है। यहां देवी के नौ रूपों की पूजा नवरात्रि के पहले ही दिन से पंडालों में शुरू हो जाती है। हर गली-कूचे में भव्य पंडाल दिख जाते हैं। दिलचस्प बात ये है, कि ये पंडाल आम नहीं होते हैं, सभी अलग-अलग थीम पर बनती है। इस बीच बंगाल में बने एक पंडाल ने अपने बारिश की बूंद-थीम के कारण सुर्खियां बटोरी है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है।
बर्तनों से निकल रही ढाक की ध्वनि!
यह पंडाल साल्ट लेक एके ब्लॉक पर बना हुआ है। मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, वर्षा जल संरक्षण की थीम पर आधारित इस पंडाल को 75 लाख रुपये के भारी बजट पर बनाया गया है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कैसे एक जगह मेटल, प्लास्टिक के कई बर्तन, बाल्टी रखे हुए हैं, जो छत से गिरने वाली पानी की बूंदों को इकट्ठा करते हैं और पारंपरिक ढाक की आवाज पैदा करते हैं। इस वीडियो को अब तक तीन मिलियन से अधिक लोगों ने देखा है।
ऐसे किया गया तैयार
अनुभवी थीम-निर्माता भाबातोष सुतार के मार्गदर्शन में इस पंडाल को बनाया गया है। इस पंडाल को कुछ ऐसे बनाया गया है कि लोग यहां आकर बारिश का अनुभव देखकर और सुनकर ले सकते हैं। यहां आर्टिफिशियल बारिश की बूंदों की ध्वनि है, जो पारंपरिक ढाक की थाप के जैसा सुनाई देता है। सही ध्वनि प्राप्त करने के लिए पंडाल में कई बर्तनों को एक गड्ढे में रखा गया है, जहां पानी की बूंदें कंप्यूटर-डिज़ाइन किए गए पैटर्न में गिरती है। ये पैटर्न बिलकुल बारिश की बूंदों की तरह सुनाई दे रहा है।
एक यूजर ने कहा, “इतनी क्रिएटिविटी, लेकिन लोग नौकरियों के लिए कोलकाता से बाहर जा रहे हैं। सरकार इस रचनात्मकता का उपयोग कोलकाता में आईटी कंपनियों को लाने में क्यों नहीं कर सकती !!” एक अन्य यूजर ने लिखा, “एआई इंजीनियरों की जगह ले लेगा और यह ढाकिज की जगह ले लेगा! यह मजेदार है।”
बंगाल का यह जल संरक्षण थीम वाले पंडाल के अलावा कई ऐसे पंडाल हैं, जिन्हे उनकी क्रिएटिविटी के लिए सराहा जा रहा है। ग्रीन लाइन अंडरवाटर मेट्रो को श्रद्धांजलि देने वाले मेट्रो-थीम वाले पंडाल का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। पंडाल की थीम गंगा नदी के प्रदूषण से प्रेरित है। यह पंडाल कोलकाता के जगत मुखर्जी पार्क में लगाया गया है।