चाईबासा : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा यूनिसेफ की पहल पर एनीमिया मुक्त भारत (एएमबी) कार्यक्रम के तहत पश्चिमी सिंहभूम जिले को राज्य के 24 जिलों की सूची में पहला स्थान मिला है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा इस संबंध में हाल ही में जारी सूची के स्कोर कार्ड में पश्चिमी सिंहभूम जिले को 82.0 अंक के साथ एनीमिया मुक्त भारत सूचकांक में शीर्ष स्थान पर रखा गया है। इस सूची में दूसरे नंबर पर गोड्डा व तीसरे नंबर पर सिमडेगा है।
इस सूची में रांची पांचवें, पूर्वी सिंहभूम 12वें और सरायकेला-खरसावां 16वें स्थान पर है।जिले के सिविल सर्जन डा. साहिर पाल ने बताया कि एनीमिया मुक्त भारत सूचकांक में हमारा जिला लगातार दूसरी बार पहले स्थान पर आया है। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है। उन्होंने बताया कि कुपोषण व एनीमिया के खिलाफ जिले में शुरू किये गये समर नामक एक हजार दिन के विशेष अभियान का फायदा हमें मिल रहा है। इसके तहत डोर टू डोर सर्वे कर कुपोषित एवं एनीमिया से पीड़ित महिलाओं एवं बच्चों का चिह्निकरण उन्हें उचित पोषण एवं उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।
इसमें हमारी आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहियाओं के साथ-साथ प्रशासन अहम भूमिका निभा रहा है। यह लोग गांव-गांव जाकर लगातार सर्वे कर एनीमिया व कुपोषण से ग्रसित महिलाओं व बच्चों की पहचान कर रही हैं। वहीं, विभाग स्वास्थ्य सूचकांक में इसकी लगातार मानिटरिंग कर रहा है। यही वजह है कि लगातार दूसरी बार एनीमिया मुक्त भारत के सभी इंडीकेटर में जिले का प्रदर्शन बेहतर है।
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