सेंट्रल डेस्क: उतर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में जमीनों के भाव जिस प्रकार से बढ़ रहे है, लोग उसे खरीदने के लिए भी उसी तरह की जुगतें लगा रहे है। नोएडा से एक फिल्मी जमीनी मामला सामने आया है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र (YEIDA) में लोग जमीन पाने के लिए फर्जीवाड़ा कर रहे है। जमीन पाने की लालसा में कपल नियमों को तोड़कर एक-दूसरे को फर्जी तलाक तक दे रहे है।
सरकारी पॉलिसी का इस तरह निकाल रहे तोड़
खुद के मकान की चाह में दंपत्ति एक-दूसरे से दूर रहने का नाटक कर रहे है। दरअसल सरकारी पॉलिसी के अनुसार, केवल एक को ही प्लॉट का आवंटन हो सकता है। 2015 से लेकर अब तक 47 ऐसे मामले समाने आए है। इन सभी मामलों में तलाक के दस्तावेज पेश किए गए हैं। नियम ये कहता है कि रेसिडेंशियल, इंडस्ट्रियल और अन्य प्लॉट स्कीमों में ड्रॉ के दौरान अगर कपल का नाम निकलता है, तो एक का प्लॉट स्वतः कैंसिल हो जाएगा। अर्थात् दोनों में से किसी एक को प्लॉट आवंटित किया जाएगा।
ऐसे 47 मामले आ चुके हैं सामने
यमुना प्राधिकरण के CEO अरुण सिंह ने मामले पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जमीन आवंटन के मामले में अब तक 47 ऐसे मामले सामने आए है, जहां पति-पत्नी ने प्लॉट आवंटित करा लिया। इसके लिए कभी पति के नाम से फर्म दिखाया गया तो कभी पत्नी के नाम से फर्म। कई बार कंपनी दिखाकर पत्नी को डायरेक्टर बना दिया गया।
नोटिस जारी किए जाने पर हुआ खुलासा
रिपोर्ट के अनुसार, जब नोटिस भेजा गया, तो खुलासा हुआ कि कई सारे कपल्स ने तलाक के पेपर जमा किए है। मामला उजागर होने के बाद प्राधिकरण ने जांच के लिए एक कमेटी गठित की है। कमेटी का कहना है कि यदि जांच में तलाक सही पाया जाता है, तो उनका प्लॉट बच जाएगा। यदि धोखाधड़ी सामने आती है, तो प्लॉट कैंसिल कर दिया जाएगा।
आवासीय स्कीम में भी कराई जाएगी जांच
CEO ने बताया कि अब इस मामले की जांच आवासीय स्कीम में भी कराई जाएगी। अगर धोखाधड़ी पाई गई, तो वहां भी प्लॉट कैंसिल किए जाएंगे। बता दें कि साल 2023 में एक फिल्म आई थी, फिल्म का नाम था- जरा हट के, जरा बच के। इसमें विक्की कौशल और सारा अली खान ने ऐसे ही पति-पत्नी का किरदार निभाया है। यह पूरा प्रकरण उसी कहानी से मेल खाता है।