Home » कब से शुरू होगा शारदीय नवरात्र, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और तिथि

कब से शुरू होगा शारदीय नवरात्र, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और तिथि

by Rakesh Pandey
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

धर्म डेस्क : शारदीय नवरात्र को हिन्दू एक प्रमुख त्योहार के रूप में मनाते है नवरात्र में मां दुर्गा के नव रूपों की पूजा और आराधना की जाती है। नवरात्र का आयोजन भारतीय हिन्दू कैलेंडर के अनुसार होता है। शारदीय नवरात्र का आयोजन आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक किया जाता है। नवरात्र की प्रारंभिक तिथि और मुहूर्त हर साल बदलते रहते हैं, क्योंकि वे हिन्दू पंचांग के अनुसार निर्धारित किए जाते हैं। जानते हैं किस दिन शुरू होगा शारदीय नवरात्र 2023 और इससे जुड़ी अहम जानकारियां।

क्यों मनाते हैं नवरात्र

मां दुर्गा को शक्ति की देवी का एक रूप माना जाता है। उन्हें शक्तिवाद परंपरा में एक प्रमुख हिंदू देवी माना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार महिषासुर नामक राक्षस ने कठिन तपस्या करने ब्रह्माजी से अमर होने का वरदान प्राप्त कर लिया और निर्भय होकर देवताओं से युद्ध कर उन्हे पराजित करने लगा। महिषासुर को देखकर सभी देवी-देवता भयभीत होने लगे। स्वर्ग की शांति भंग होते देख कर देवताओं ने मां दुर्गा से महिषासुर के वध की प्रार्थना की। महिषासुर व मां दुर्गा के बीच नौ दिनों तक युद्ध चला और दसवें दिन मां दुर्गा ने महिषासुर को पराजित कर उसका वध कर दिया। इसलिए नौ दिन हिन्दू मां दुर्गा की पूजा-पाठ, उपवास आदि करते हैं और दसवें दिन को दशहरा के रूप में मनाया जाता है।

नौ देवियों की पूजा व कन्या पूजन

नवरात्र के दौरान, भक्त दुर्गा माता की पूजा करते हैं और उनके नौ रूपों की आराधना करते हैं, जिनमें शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, और सिद्धिदात्री शामिल हैं। इस त्योहार के दौरान, भक्त दुर्गा माता की आराधना करते हैं और मां आशीर्वाद प्राप्ति की कामना करते हैं, भक्त कन्याओं को दुर्गा का रूप मानकर उनकी पूजा करते हैं। नवरात्र हिन्दू संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है और भारतीय त्योहारों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

शारदीय नवरात्रि 2023 शुभ मुहूर्त

हर साल की तरह, इस वर्ष भी नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाएगी। इस वर्ष, प्रतिपदा तिथि का समय 14 अक्टूबर 2023 की रात 11 बजकर 24 मिनट से शुरू हो रहा है और 15 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगा। इस दिन, उदया तिथि का बहुत महत्व है, इसलिए नवरात्रि का त्योहार 15 अक्टूबर 2023 को मनाया जाएगा और 23 अक्टूबर 2023 को नवरात्रि समाप्त हो जाएगी। नवरात्रि के दौरान, हिन्दू भक्त नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा और आराधना करते हैं और उनके नौ रूपों की महिमा का गुणगान करते हैं, जो शक्ति और समृद्धि के प्रतीक हैं।

कलश स्थापना

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन, कलश स्थापना का खास महत्व होता है। नवरात्र के दौरान, भक्त एक कलश को अपने घर में स्थापित करते हैं, जिसे “कलश स्थापना” कहा जाता है, जिसे दुर्गा माता का आगमन स्वरूप माना जाता हैं। इसके बाद, वे नौ दिनों तक व्रत रखते हैं और मां दुर्गा की पूजा करते हैं, जिसमें आरती, मंत्र, और भजनों का आयोजन होता है।

इस वक्त करें कलश स्थापना

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ और किसी धार्मिक अनुष्ठान में कलश स्थापना करना सुख, समृद्धि, और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना जाता है। बिना कलश के, धार्मिक अनुष्ठान पूरा नहीं माना जाता है। इसलिए, मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने कलश का स्थान होता है। नवरात्रि 2023 में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त दिन में 11 बजकर 44 मिनट से शुरू होगा और यह दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक चलेगा।

READ ALSO : Jivitputrika Vrat 2023: इस दिन है जिउतिया व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त व पूजन विधि

विसर्जन

नवरात्र के अंत में, दशमी तिथि को, दुर्गा माता का विसर्जन किया जाता है। यह त्योहार भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, और लोग आपस में खुशियों के साथ इसका आयोजन करते हैं।

Related Articles