जमशेदपुर : देश के पहले बिजनेस स्कूल XLRI (Xavier School of Management) ने अपने 75वें वर्षगांठ के अवसर पर अपने मूल उद्देश्य की ओर लौटते हुए, ग्रामीण क्षेत्रों के SC/ST युवाओं के कौशल विकास के लिए एक अनूठी पहल शुरू की। XLRI के फ्रेयर मैकग्रा कौशल विकास केंद्र ने नेशनल स्किल डेवलपमेंट मिशन के तहत छह महीने के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें डेटा एंट्री, संचार कौशल, परिधान और फैशन डिजाइन, और इलेक्ट्रिकल व प्लंबिंग में इंटर्नशिप जैसे कार्यक्रम शामिल थे।
81 छात्रों को मिला प्रमाणपत्र
विगत 18 दिसंबर को XLRI जमशेदपुर में 81 छात्रों को कौशल विकास का प्रमाणपत्र प्रदान किया गया। मुख्य अतिथि फ्रेयर जेरोम कटिन्हा एस.जे., अध्यक्ष जमशेदपुर जेसुइट सोसाइटी और डॉ. संजय पात्रो, डीन ऑफ एकेडमिक्स ने इस समारोह में हिस्सा लिया। छात्रों ने अपनी अंग्रेजी बोलने की क्षमता और छह महीने के कौशल विकास यात्रा के अनुभव को साझा कर सबको प्रेरित किया।
ग्रामीण भारत के लिए एक नई शुरुआत
यह कार्यक्रम XLRI के भुवनेश्वर और फुलबानी स्थित केंद्रों पर जेरोम सेक्वेरा और बिरंची सोरेंग के मार्गदर्शन में संचालित किया गया। इस पहल को XLRI के प्लेटिनम जुबली वर्ष का हिस्सा बनाया गया, जिसमें समाज के वंचित वर्गों के साथ काम करने का निर्णय लिया गया। कार्यक्रम के संयोजक फादर डोनाल्ड डी’सिल्वा ने कहा, “XLRI ने अपने मूल उद्देश्य को पुनः खोजा। यह पहल युवाओं को साथ लेकर समाज के हाशिए पर खड़े लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक सार्थक कदम है।”
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बढ़ाया मनोबल
प्रमाणपत्र वितरण समारोह के बाद प्रशिक्षुओं ने सांस्कृतिक नृत्य और नाटक प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। XLRI के छात्रों और शिक्षकों ने इन युवाओं की सीखने की क्षमता और आत्मनिर्भर बनने के सपने को देखकर प्रेरणा प्राप्त की।
आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की पहल
XLRI का यह कार्यक्रम सिर्फ कौशल विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण भारत के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की एक कोशिश है। संस्थान ने यह संकल्प लिया है कि वह अपने संसाधनों और प्रयासों के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में काम करता रहेगा।