रांची : झारखंड, पूर्वी भारत का एक सुंदर राज्य है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। यह राज्य न केवल प्राकृतिक दृष्टि से आकर्षक है, बल्कि यहां स्थित मंदिर भी अपने धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के लिए देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। झारखंड के मंदिरों में समृद्ध इतिहास, परंपराएं और स्थापत्य कला का अद्वितीय संगम देखने को मिलता है। आइए, जानते हैं झारखंड के 11 प्रमुख मंदिरों के बारे में, जहां आपको एक बार जरूर जाना चाहिए।

बैद्यनाथ जयदुर्गा शक्ति पीठ | देवघर
देवघर का बैद्यनाथ मंदिर शिव भक्तों के लिए एक पवित्र स्थल है, जहां देवी सती का हृदय गिरने का विश्वास है। यह स्थल शक्तिपीठ के रूप में अत्यधिक प्रतिष्ठित है और भक्तों के बीच विशेष श्रद्धा का केंद्र है। मंदिर में हर दिन विशेष अनुष्ठान होते हैं, जो श्रद्धालुओं को आस्था और भक्ति का अहसास कराते हैं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : जुलाई से अगस्त
कैसे पहुंचें : देवघर शहर से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। वैसे यहां हवाई अड्डा भी है, जहां से रांची, पटना, दिल्ली व कोलकाता की फ्लाइट मिलती है।

बासुकीनाथ धाम | देवघर
बासुकीनाथ धाम भगवान शिव के प्रति श्रद्धा रखने वाले भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह मंदिर सदियों पुरानी परंपराओं और अनुष्ठानों से भरा हुआ है, जो हर व्यक्ति को दिव्यता का अनुभव कराता है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : जुलाई से अगस्त
कैसे पहुंचें : देवघर से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।

जगन्नाथ मंदिर | रांची
रांची के जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की पूजा होती है। यह मंदिर विशेष रूप से रथ यात्रा के दौरान प्रसिद्ध है, जब यहाँ लाखों भक्त एकत्र होते हैं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : जून से जुलाई
कैसे पहुंचें: रांची शहर से सड़क मार्ग द्वारा पहुंच सकते हैं।
बिंदुधाम मंदिर | साहिबगंज

बिंदुधाम मंदिर देवी लक्ष्मी, दुर्गा और सरस्वती की पूजा करने का एक प्रमुख स्थल है। यहाँ की वास्तुकला और वातावरण भक्तों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : मार्च से अप्रैल
कैसे पहुंचें : साहिबगंज से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
छिन्नमस्तिका मंदिर | रामगढ़

रामगढ़ में स्थित यह मंदिर तांत्रिक शैली में निर्मित है और देवी छिन्नमस्तिका को समर्पित है। यहां के रहस्यमय माहौल और अद्भुत स्थापत्य कला भक्तों को एक अलग अनुभव प्रदान करती है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : अक्टूबर से मार्च
कैसे पहुंचें : रामगढ़ से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
श्री श्री कालिका महारानी मंदिर | बोकारो

यह मंदिर देवी काली को समर्पित है और इसकी वास्तुकला अद्भुत है। यहां की दिव्य ऊर्जा भक्तों को अत्यधिक शांति और शक्ति प्रदान करती है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : सितंबर से फरवरी
कैसे पहुंचें : बोकारो से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
हरिहर धाम मंदिर | बगोदर

झारखंड का यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और यहां स्थित 65 फीट ऊंचा शिवलिंग भक्तों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र है। यह मंदिर समर्पण और श्रद्धा की गहरी मिसाल पेश करता है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : नवंबर से दिसंबर
कैसे पहुंचें : हजारीबाग से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
सूर्य मंदिर | एदलहातु

एदलहातु स्थित सूर्य मंदिर भगवान सूर्य को समर्पित है और इसकी वास्तुकला कोणार्क सूर्य मंदिर से प्रेरित है। यह स्थल सूर्य देव की भक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : अक्टूबर से मार्च
कैसे पहुंचें : रांची से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
देउड़ी मंदिर | रांची

देउड़ी मंदिर रांची के पास स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है। यह मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहां की वास्तुकला दर्शनीय है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : नवंबर से अप्रैल
कैसे पहुंचें : तामार से सड़क मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है।
पहाड़ी मंदिर | रांची

रांची में स्थित यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है और यहां से पूरे शहर का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। यह मंदिर शांति और भक्ति का प्रतीक है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : जुलाई से सितंबर
कैसे पहुंचें : रांची से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
नौलखा मंदिर | देवघर

नौलखा मंदिर देवघर के प्रमुख मंदिरों में एक है, जो अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर धार्मिक महत्व के साथ-साथ ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
यात्रा का सर्वोत्तम समय : अक्टूबर से मार्च
कैसे पहुंचें : देवघर से सड़क मार्ग द्वारा पहुंचा जा सकता है।
झारखंड के ये मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यहाँ की वास्तुकला, सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिकता भी दर्शनीय हैं। हर मंदिर अपनी विशेषता, अनूठी परंपराओं और भव्यता के कारण एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है। इन पवित्र स्थलों की यात्रा आपके जीवन में शांति और आस्था का संचार करेगी। यदि आप आध्यात्मिकता के प्रेमी हैं, तो झारखंड के इन मंदिरों का दौरा करना आपके लिए एक अनमोल अनुभव होगा।
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