छत्तीसगढ़ : नारायणपुर-दंतेवाड़ा क्षेत्र में माड़ इलाके में हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया है। यह ऑपरेशन 48 घंटों तक चला। यह मुठभेड़ गत शुक्रवार को हुई, जिसमें पुलिस का एक जवान भी घायल हुआ है, लेकिन उसकी हालत अब स्थिर है। तलाशी अभियान अभी भी जारी है। सुरक्षा बलों का यह अभियान छत्तीसगढ़ के गठन के 24 साल बाद का सबसे बड़ा ऑपरेशन है, जिसमें एक ही मुठभेड़ में इतने नक्सली ढेर हुए हैं। इससे पहले अप्रैल में कांकेर जिले में एक मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गए थे। इस तरह के अभियानों से राज्य सरकार नक्सलवाद के खिलाफ अपनी मुहिम को और तेज कर रही है।
सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई
इस मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और एसटीएफ के जवान शामिल थे। बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, ये माओवादी पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) की कंपनी नंबर छह और पूर्वी बस्तर डिवीजन से थे।
हथियारों का जखीरा बरामद
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से कई तरह के हथियार बरामद किए हैं, जिनमें एके-47, इंसास, एसएलआर, एलएमजी और कैलिबर 303 राइफल शामिल हैं। मुठभेड़ के दौरान माओवादी अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) का उपयोग कर रहे थे, जिसके कारण एक जवान घायल हुआ है। वह खतेर से बाहर है।
मुख्यमंत्री ने की सराहना
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस सफल अभियान के लिए सुरक्षा बलों की सराहना की और कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार नक्सली खतरे को समाप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। इस वर्ष अब तक बस्तर क्षेत्र में विभिन्न मुठभेड़ों में कुल 188 माओवादियों को मारा जा चुका है।
Read Also- BJP नेता के ईमेल आईडी से आई कॉलेजों में बम रखने की खबर, जांच शुरू

