वैशाली : बिहार के वैशाली जिले के महुआ में एक बड़ी कार्रवाई के तहत सात पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। ये पुलिसकर्मी महुआ अनुमंडल में तैनात थे और ALTF (अल्कोहल, लीगल एंड टारगेटेड फोर्स) टीम का हिस्सा थे। इन पुलिसकर्मियों पर शराब तस्करों से सांठगांठ रखने और शराब कारोबार में लापरवाही बरतने के आरोप थे। पुलिस विभाग को इन पुलिसकर्मियों के बारे में लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि वे शराब तस्करी के रैकेट से जुड़े हुए हैं और इस पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
पुलिस अधीक्षक को मिली थी लगातार शिकायत
महुआ में शराब की अवैध तस्करी और बिक्री की गतिविधियों को लेकर वैशाली पुलिस अधीक्षक को कई बार शिकायतें मिली थीं। आरोप था कि ALTF टीम के कुछ सदस्य खुद शराब की तस्करी में लिप्त थे और शराब की चोरी भी कर रहे थे। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने अपनी टीम से इस मामले की जांच करने के लिए आदेश दिए।
सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सटीक योजना बनाई और मंगलवार की सुबह एक बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान 7 पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें एक महिला जवान और चार अन्य सिपाही शामिल थे। इन पुलिसकर्मियों के पास से कुल 32 लीटर शराब बरामद की गई, जो महुआ अनुमंडल में तस्करी के लिए छिपाकर रखी गई थी। यह शराब वही थी, जो कुछ दिन पहले पातेपुर में ALTF टीम द्वारा जब्त की गई थी और इससे यह बात साबित होती है कि तस्कर इस शराब को छिपाकर बेचने के लिए रख रहे थे।
महुआ में शराब का तस्करी रैकेट
पुलिस अधीक्षक वैशाली ने इस मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि महुआ अनुमंडल में तैनात ये पुलिसकर्मी शराब की तस्करी रैकेट में शामिल थे। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले पातेपुर में ALTF टीम ने शराब की जब्ती की थी और यह वही शराब थी जो तस्करों द्वारा छिपा कर रखी गई थी। पुलिस ने इन पुलिसकर्मियों के पास से 32 लीटर शराब बरामद की, जिससे यह साफ हो गया कि वे खुद शराब का सेवन भी करते थे और शराब तस्करों के साथ मिलकर उसे बेचने का काम कर रहे थे।
महिला कांस्टेबल समेत अन्य सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है और इस तरह के कृत्य किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। वे इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाएंगे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शराब तस्करी और पुलिस की मिलीभगत पर चिंता
यह घटना इस बात का संकेत है कि कुछ पुलिसकर्मी भी शराब तस्करी के रैकेट में शामिल हैं, जो न केवल कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि समाज को भी गहरे संकट में डाल रहे हैं। वैशाली जिले में शराब तस्करी एक बड़ा मुद्दा बन चुका है, और यह घटना दर्शाती है कि पुलिस विभाग में भी कुछ लोग इस अवैध कारोबार से जुड़े हैं। इस तरह की घटनाएं जनता के बीच विश्वास को नुकसान पहुंचाती हैं और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाती हैं।
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