नई दिल्ली : कैंसर, एक ऐसा शब्द जिसे सुनते ही लोगों के मन में भय और चिंता का माहौल बन जाता है। यह एक जानलेवा बीमारी है, जिसके कारण हर साल दुनिया भर में लाखों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। भारत में भी कैंसर के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, और यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। इस संदर्भ में, केंद्र सरकार ने महिलाओं और लड़कियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब भारत में कैंसर से बचाव के लिए एक नई वैक्सीन उपलब्ध होने वाली है, जो 9 से 16 साल की लड़कियों को दी जाएगी।
सरकार का बड़ा कदम: कैंसर से बचाव के लिए नई वैक्सीन
केंद्रीय स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस वैक्सीनेशन कार्यक्रम की घोषणा की। उन्होंने बताया कि यह वैक्सीन अगले पांच से छह महीनों में उपलब्ध हो जाएगी, और इसे खासकर 9 से 16 साल की लड़कियों को लगाया जाएगा। इस वैक्सीन का उद्देश्य महिलाओं में होने वाले कैंसर, विशेष रूप से ब्रेस्ट कैंसर, ओरल (मुख) कैंसर और सर्वाइकल (गर्भाशय ग्रीवा) कैंसर से सुरक्षा प्रदान करना है।
मंत्री जाधव ने कहा कि इस वैक्सीन पर रिसर्च लगभग पूरी हो चुकी है और इसके ट्रायल आखिरी चरण में हैं। वैक्सीनेशन के जरिए लड़कियों को कैंसर से बचाव के एक महत्वपूर्ण हथियार मिलेगा, जिससे वे भविष्य में इस गंभीर बीमारी से सुरक्षित रह सकेंगी।
महिलाओं के लिए स्क्रीनिंग और अन्य कदम
भारत में कैंसर के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, इसे देखते हुए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मंत्री जाधव ने बताया कि 30 वर्ष और उससे ऊपर की महिलाओं के लिए कैंसर की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाएगी। यह स्क्रीनिंग समय रहते कैंसर का पता लगाने में मदद करेगी और उसके बाद सही इलाज शुरू किया जा सकेगा। इससे महिलाओं को कैंसर के शुरुआती चरण में पहचान और उपचार मिल सकेगा, जिससे उनकी जान बचाई जा सकती है।
इसके अलावा, सरकार ने डे-केयर कैंसर सेंटर्स स्थापित करने की योजना बनाई है। इन सेंटरों का उद्देश्य कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और मरीजों को त्वरित उपचार प्रदान करना है। इससे कैंसर के इलाज में प्रभावशीलता बढ़ेगी और मरीजों को जल्दी राहत मिलेगी।
कैंसर की दवाओं पर सरकार ने दी राहत
मंत्री जाधव ने यह भी जानकारी दी कि सरकार ने कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं पर कस्टम ड्यूटी खत्म कर दी है। इससे कैंसर के मरीजों को सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध होंगी, जो उनके इलाज को और भी सुलभ और किफायती बना देगा। यह कदम उन परिवारों के लिए राहतकारी साबित होगा, जो कैंसर के इलाज के लिए भारी खर्चों का सामना कर रहे हैं।
इसके अलावा, सरकार ने देशभर में आयुष स्वास्थ्य केंद्रों को और मजबूत करने की योजना बनाई है, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। आयुष विभाग के तहत देशभर में स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी, जिससे लोगों को पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का लाभ मिल सके।
कब से शुरू होगा टीकाकरण?
अगर सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो यह कैंसर वैक्सीन अगले पांच से छह महीनों में उपलब्ध हो जाएगी। इसके बाद 9 से 16 साल की लड़कियों को यह वैक्सीन दी जाएगी, ताकि वे भविष्य में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रह सकें। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत में महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति सरकार की जागरूकता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

