टेक्नोलॉजी डेस्क। एलन मस्क की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI ने 4 नवंबर से कुछ चुनिंदा यूजर्स को अपनी सर्विस देनी शुरू कर दी है। xAI ने अपने एआई चैटबॉट का नाम ग्रोक रखा है, जो अभी टेस्टिंग फेज में है। एलन मस्क ने बताया कि शुरुआती बीटा टेस्टिंग से बाहर आने के बाद xAI का ग्रोक सिस्टम सभी X प्रीमियम+ कस्टमर्स के लिए उपलब्ध हो जाएगा। मस्क इसके जरिए बाजार में मौजूद चैट जीपीटी और बार्ड जैसे एआई चैटबॉट को टक्कर देना चाहते हैं। एआई कंपनी xAI द्वारा पेश किया गया लार्ज लैंग्वेज मॉडल चैटजीपीटी जैसा चैटबॉट है। हालांकि, एलन मस्क का कहना है कि xAI द्वारा तैयार किया गया लार्ज लैंग्वेज मॉडल ग्रोक चैटबॉट ओपनएआई के चैटजीपीटी से कई मायनों में बेहतर साबित होगा।
ग्रोक के पास X का रियल टाइम एक्सेस
ग्रोक सिस्टम की सर्विस शुरू होने के बाद मस्क ने X पर लिखा, ‘ग्रोक के पास X प्लेटफॉर्म का रियल टाइम एक्सेस है, जो अन्य मॉडलों की तुलना में एडवांटेज है। यह व्यंग्य पसंद करता है, मुझे यह नहीं पता कि इसे इस तरह किसने गाइड किया है।‘इससे पहले मस्क ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोडक्ट के बारे में सोशल मीडिया पर बताया कि इसमें आपको मिलने वाले जवाब या प्रतिक्रिया में ह्यूमर भी मिक्स है। मस्क ने एक पिक्चर पोस्ट की है, इसमें एक व्यक्ति xAI से कोकीन बनाने का तरीका पूछ रहा है।
दूसरे एआई सिस्टम से बेहतर होने का दावा
ग्रोक चैटबॉट को एक्स हैंडल से रियल टाइम जानकारियों के एक्सेस के साथ पेश किया गया है। ग्रोक एआई चैटबॉट को Hitchhiker के गाइड टू द गैलेक्सी के आधार पर तैयार किया गया है। ग्रोक चैटबॉट को यूजर के सवालों के जवाब देने के लिए पेश किया गया है। यह एआई चैटबॉट यूजर को यह भी बताने में मदद करता नजर आएगा कि चैटबॉट से किस तरह के सवाल पूछे जाने चाहिए। ग्रोक चैटबॉट को इस्तेमाल किए जाने को लेकर कंपनी ने एक खास जानकारी दी है। एलन मस्क की एआई कंपनी xAI ने ग्रोक चैटबॉट को लेकर जानकारी दी है कि यह चैटबॉट यूजर को उन सवालों के जवाब देने में सक्षम है, जिन्हें दूसरे एआई सिस्टम देने में असक्षम हैं।
एआई सब करेगा, जॉब की जरूरत नहीं होगी : मस्क
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने टेस्ला के सीईओ एलन मस्क का एक दिन पहले इंटरव्यू लिया था। इसमें सुनक ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर बात की। इसमें मस्क ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई इतिहास की सबसे डिसरप्टिव फोर्स है। एक समय ऐसा आएगा कि जॉब की जरूरत नहीं पड़ेगी। एआई सब कुछ कर पाएगा। वो जादुई जिन्न की तरह होगा। कंपनी ने कहा है कि ग्रोक चैटबॉट फिलहाल एक अर्ली बीटा प्रोडक्ट है। कंपनी की ओर से इस चैटबॉट को तैयार किया जा रहा है। इसी क्रम में चैटबॉट को 2 महीने तक बेहतर ट्रेनिंग दी जाएगी। अपनी ट्रेनिंग के साथ ही यह चैटबॉट यूजर के लिए एक बेहतर टूल के रूप में पेश होगा।
4 महीने पहले मस्क ने बनाई थी एआई कंपनी
एलन मस्क ने चार महीने पहले यूनिवर्स के रियल नेचर को समझने के गोल के साथ एक नई एआई कंपनी की शुरुआत की थी। इस कंपनी का नाम xAI है। तब भी मस्क ने कहा था कि एआई 5 साल में ह्यूमन इंटेलिजेंस से आगे निकल जाएगा। xAI की टीम में डीपमाइंड, ओपन एआई, गूगल रिसर्च, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और टेस्ला में काम कर चुके लोग हैं।
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