पॉलिटिकल डेस्क, रांची : झारखंड में राजनीतिक हलचल (Jharkhand Politics) तेज है। जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में हेमंत सोरेन को ईडी ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया था। अब उनकी जगह चंपई सोरेन को गठबंधन का नेता चुना गया है। हेमंत की गिरफ्तारी पर आदिवासी संगठनों में खासा विरोध देखा जा रहा है। गिरफ्तारी के विरोध में आज झारखंड बंद किया गया। हालांकि, हेमंत सोरेन को रिहा करने की मांग के साथ कुछ देर में बंद वापस ले लिया गया।
चंपई सोरेन ने पेश किया नई सरकार बनाने का दावा
विधायक दल के नेता चंपई सोरेन सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ राज्यपाल से मिले और नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। चंपई सोरेन अन्य विधायकों के साथ राजभवन गए। इनके साथ आलमगीर आलम, बादल पत्रलेख, प्रदीप यादव, विनोद सिंह एवं जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य भी मौजूद रहे। राज्यपाल ने उन्हें मिलने के लिए साढ़े पांच बजे का वक्त दिया था।
गिरफ्तारी के बाद पद से इस्तीफा (Jharkhand Politics)
इससे पहले चंपई सोरेन ने राज्यपाल को एक पत्र लिखकर सरकार गठन के संबंध में स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा था। दरअसल, बीते दिन हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था। अपनी गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया, जिसके बाद वे राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे और सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
चंपई सोरेन ने बताया 47 विधायकों का समर्थन
झारखंड के राज्यपाल के न्यौते का इंतजार कर रहे चंपई सोरेन ने कहा कि वे सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के न्यौते का इंतजार कर रहे हैं। चंपई सोरेन ने कहा कि 81 सदस्यों वाली विधानसभा में उनके पास 47 विधायकों का समर्थन है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद जेएमएम के नेता चुने गए चंपई सोरेन ने कहा कि राजभवन को नींद से जागना चाहिए।
घने कोहरे ने रोकी विधायकों की उड़ान
38 विधायक दो चार्टर्ड प्लेन से तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद जाएंगे। हालांकि घना कोहरा होने की वजह से फ्लाइट्स टेक ऑफ और लैंड नहीं कर रही हैं। एक घंटे से ज्यादा समय से विधायक एयरपोर्ट पर ही हैं|
बिहार की राजनीतिक घटनाक्रम की ओर इशारा
झारखंड का सीएम बनने का इंतजार कर रहे चंपई सोरेन ने बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम की ओर इशारा करते हुए कहा कि हम लोग तो 15-16 घंटे से सरकार गठन के लिए न्यौते का इंतजार कर रहे हैं, जबकि एक राज्य में तो सरकार बनाने का दावा करने के 2 घंटे के अंदर ही शपथ ग्रहण करवा दिया गया था।
बुधवार रात से ही रांची के सर्किट हाउस में रुके 40 विधायक
सत्तारूढ़ गठबंधन के करीब 40 विधायक बुधवार रात से ही रांची के सर्किट हाउस में रुके थे। उन्हें कहा गया है कि नई सरकार के गठन के साथ सभी विधायक एक साथ रहेंगे। चर्चा है कि नई सरकार के गठन के लिए आमंत्रण मिलने तक इन्हें कांग्रेस शासित आंध्र प्रदेश या कर्नाटक में किसी रिजॉर्ट या सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया जाएगा।