रांची/Sarhul 2024: सरहुल का पर्व रांची सहित पूरे राज्य में धूमधाम से मनाया गया। आदिवासी समाज के लोगों ने तरह-तरह की झांकियां निकालीं। इसी बीच एक झांकी पर सबका खास ध्यान गया, जिसमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जेल में बंद दिखाई पड़ रहे थे। इस झांकी को जिला प्रशासन ने आचार संहिता का उल्लंघन माना है।
झांकी में स्लोगन लिखा था, ‘जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा’। झांकी में दिखाया गया कि झारखंड के विकास की लड़ाई में हेमंत सोरेन का ईडी की ओर से शोषण किया जा रहा है। इस मामले में जिला प्रशासन की ओर से केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष समेत 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
Sarhul 2024:राजनीतिक मंशा से धार्मिक अवसर के दुरुपयोग का आरोप
रांची के कोतवाली थाना में दंडाधिकारी विनय कुमार के बयान के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में लिखा है कि फूलचंद तिर्की के नेतृत्व में निकली झांकी में राजनीतिक मंशा से धार्मिक अवसर का दुरुपयोग किया गया। धार्मिक झांकी में राजनीतिक बातों को लगाया गया। यह आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला है।
Sarhul 2024: केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष समेत 26 पर केस
जिला प्रशासन की ओर से प्राथमिकी में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की समेत 26 लोगों को नामजद बनाया गया है। इनमें समिति के उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का, प्रशांत टोप्पो, निर्मल पाहन, महासचिव संजय तिर्की, सचिव विनोद उरांव के अलावा सदस्य राजू उरांव, सुरेंद्र मुंडा, पंचम लोहरा, विनोद भगत, शंकर लोहरा, राम उरांव, आकाश उरांव, दिनु उरांव, बलकू उरांव, किशोर लोहरा, सोनू तिर्की, कुलदीप सांगा, सोमरा उरांव, ललित कच्छप, प्रदीप लकड़ा, रवि लोहरा और भुनेश्वर लोहरा सहित 26 लोगों को नामजद बनाया गया है।
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