रांची : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है, और इस अवसर पर भाजपा विधायकों ने एक जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर किया गया, जो राज्य में एक गंभीर मुद्दा बन चुका है। भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप है कि राज्य सरकार लगातार परीक्षाओं में पेपर लीक होने की घटनाओं से निपटने में नाकाम रही है, और इस तरह से छात्रों का भविष्य खतरे में डाल दिया जा रहा है।
सीबीआई जांच की मांग
प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेताओं ने झारखंड में हो रही सभी परीक्षाओं में पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने इस गंभीर मुद्दे की सीबीआई जांच कराने की मांग की, ताकि मामले की गहन जांच हो सके और दोषियों को सजा मिले। भाजपा विधायक डॉ. नीरा यादव ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पांच दिन बीत जाने के बावजूद सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सोरेन सरकार इस मुद्दे को हल करने के लिए गंभीर नहीं है। प्रदर्शनकारियों में भाजपा के कई प्रमुख नेता शामिल थे, जिनमें डॉ नीरा यादव, बाबूलाल मरांडी, नवीन जायसवाल और अन्य विधायकों का नाम प्रमुख था।
पेपर लीक मामला, एक गंभीर शिक्षा संकट
पिछले कुछ वर्षों में झारखंड में हुई विभिन्न परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाएं आम हो गई हैं, जिससे छात्रों और उनके परिवारों में निराशा फैल गई है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा में हुए पेपर लीक ने न केवल परीक्षा प्रक्रिया को शक के घेरे में डाला है, बल्कि छात्रों के मनोबल को भी तोड़ दिया है। बीते दिनों में कई बार राज्य सरकार से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन इस पर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। भाजपा का आरोप है कि हेमंत सोरेन सरकार सिर्फ निंदा करती है, लेकिन कार्रवाई की कोई योजना नहीं बनाती।
क्या कहते हैं राज्य के लोग?
झारखंड के नागरिक इस पेपर लीक मामले को लेकर बेहद परेशान हैं। कई छात्रों का भविष्य इस घटना से प्रभावित हुआ है, और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी पेपर लीक के खिलाफ गुस्से का माहौल है। कई लोग यह मांग कर रहे हैं कि सरकार सीबीआई जांच के लिए तुरंत कदम उठाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
क्या कदम उठा रही सरकार?
इस बीच, राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन भाजपा नेताओं का कहना है कि यह जांच केवल एक औपचारिकता भर है। उनका मानना है कि बिना सीबीआई जांच के यह मुद्दा कभी हल नहीं हो पाएगा।