मिर्जापुर : मिर्जापुर में एंटी करप्शन टीम ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए चील्ह थाने के थाना प्रभारी, इंस्पेक्टर शिव शंकर सिंह को 30 हजार रुपये की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई 12 अप्रैल को की गई, जब इंस्पेक्टर शिव शंकर सिंह पीड़ित से मुकदमा दर्ज करने के बदले घूस की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता की ओर से रिश्वत की रकम एंटी करप्शन को दी गई थी, और फिर एंटी करप्शन की टीम ने थाना प्रभारी को रंगे हाथ पकड़ लिया।
चील्ह थाना परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब एंटी करप्शन की टीम इंस्पेक्टर शिव शंकर सिंह को घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़कर अपनी गाड़ी तक ले आई। इस दौरान थाना प्रभारी ने कई बार गिड़गिड़ाते हुए अपनी गलती को स्वीकार किया, लेकिन एंटी करप्शन टीम ने उसकी एक भी नहीं सुनी और उसे तुरंत गाड़ी में बिठाकर शहर कोतवाली ले आई, जहां उसे जेल भेज दिया गया।
मुकदमा दर्ज करने के लिए मांगी थी 50 हजार रुपये की घूस
इस पूरे मामले की शुरुआत तब हुई जब चील्ह थाना क्षेत्र में एक शिकायतकर्ता ने पुलिस से मदद की मांग की थी। शिकायतकर्ता की भांजी के साथ चंदौली के एक युवक का प्रेम प्रसंग चल रहा था और वह युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना चाहता था। हालांकि, उसने पुलिस अधीक्षक तक शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं देखी। शिकायतकर्ता के मुताबिक, थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह ने उसे मुकदमा दर्ज करने के बदले 50 हजार रुपये की घूस की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने इतने पैसे देने से मना कर दिया, जिसके बाद उसने एंटी करप्शन यूनिट से शिकायत की।
एंटी करप्शन टीम ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 12 अप्रैल को उसे 30 हजार रुपये की घूस लेकर थाने में इंस्पेक्टर शिव शंकर सिंह को पकड़ने के लिए भेजा। जैसे ही शिकायतकर्ता ने पैसे दिए, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने शिव शंकर सिंह को गिरफ्तार कर शहर कोतवाली भेज दिया।
मुकदमा दर्ज कर भेजा गया जेल
एंटी करप्शन यूनिट के प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह पीड़ित से घूस की मांग कर रहे थे, जिसे शिकायतकर्ता ने एंटी करप्शन को रिपोर्ट किया था। 30 हजार रुपये लेते हुए उन्हें रंगे हाथ पकड़कर गिरफ्तारी की गई है और अब उन्हें मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जा रहा है।
मिर्जापुर में यह पहला मामला नहीं है, जब पुलिसकर्मियों को घूस लेते पकड़ा गया हो। इससे पहले, 2 दिन पहले ही एंटी करप्शन टीम ने जिगना थाने के हल्का दारोगा शकील अहमद को 5 हजार रुपये की घूस लेते हुए पकड़ा था। इससे पहले जिगना थाने के ही दारोगा सुरेंद्र कुमार को घूस मांगने के आरोप में सस्पेंड किया जा चुका है। मिर्जापुर में घूस लेने के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जिससे जनता में असंतोष पैदा हो रहा है। एंटी करप्शन यूनिट द्वारा की जा रही इन कार्रवाईयों से पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त संदेश जा रहा है।
बाराबंकी में पेशकार और चौकीदार रिश्वत लेते गिरफ्तार
इसके अलावा, बाराबंकी से भी एक मामला सामने आया है, जहां एंटी करप्शन टीम ने सीओ हैदरगढ़ के पेशकार और चौकीदार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। पेशकार दीवान अशोक कुमार पांडे एक मुकदमे में आरोपी का नाम निकालने के बदले 30 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था, जबकि चौकीदार रामकुमार भी इसमें शामिल था। एंटी करप्शन यूनिट अयोध्या की टीम ने इन दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
Read Also: UP News: गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पर अप्रैल से पहले शुरू होगा यातायात, 99 फीसदी कार्य पूरा