पटना: बिहार की राजधानी पटना से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पटना यूनिवर्सिटी के दरभंगा हाउस में दो छात्र गुटों के बीच विवाद के बाद बमबाजी हुई जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी है। यह घटना पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र में स्थित पटना यूनिवर्सिटी के दरभंगा हाउस के आसपास की बताई जा रही है। बमबाजी के कारण एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इस घटना में संस्कृति विभाग के एचओडी प्रोफेसर लक्ष्मी नारायण की गाड़ी को निशाना बनाया गया, जिससे उनका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
छात्र गुटों में हुआ था विवाद
आज सुबह से ही पटना यूनिवर्सिटी के दरभंगा हाउस में दो अलग-अलग छात्र गुटों के बीच किसी मुद्दे को लेकर विवाद बढ़ गया था। धीरे-धीरे यह विवाद झड़प में बदल गया और फिर दोनों गुटों के सदस्य बम का इस्तेमाल करने लगे। बमबाजी के कारण इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना के दौरान बम से एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि अबतक की जानकारी के अनुसार इस बमबाजी में किसी तरह की जान-माल की कोई बड़ी हानि नहीं हुई।
मौके पर पुलिस पहुंची, इलाके में दहशत
बमबाजी के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। छात्रों और अन्य लोगों ने बदहवासी में इधर-उधर भागना शुरू कर दिया। कैंपस में हड़कंप मच गया। हर कोई खुद को सुरक्षित करने की कोशिश करने लगा। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने इस घटना को लेकर जांच शुरू कर दी है और यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि यह बमबाजी किस उद्देश्य से की गई थी और इसके पीछे किन-किन लोगों का हाथ हो सकता है।
पटना यूनिवर्सिटी में बढ़ रहीं हैं झड़प की घटनाएं
पटना यूनिवर्सिटी में इस तरह की घटनाएं कुछ समय से बढ़ रही हैं, जिससे छात्रों के बीच बढ़ते विवाद और असहमति की ओर इशारा करता है। विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस को इस पर गहरी निगाह रखने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे घटनाओं को रोका जा सके। बमबाजी की घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि पटना यूनिवर्सिटी में छात्रों के बीच किसी भी मुद्दे पर विवाद जल्दी हिंसक रूप ले सकता है, जिससे न केवल छात्रों के लिए, बल्कि पूरे इलाके के लिए खतरे की घंटी है।
पुलिस जांच में जुटी, सख्त कार्रवाई की उम्मीद
हालांकि इस घटना में कोई बड़ी हानि नहीं हुई, लेकिन पटना के पुलिस अधिकारियों ने बमबाजी की घटना को गंभीरता से लिया है और घटनास्थल पर जांच जारी रखी है। पुलिस का कहना है कि मामले में संबंधित आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं की जाएगी। फिलहाल पुलिस को घटनास्थल से बमबाजी से जुड़ी कुछ सामग्री बरामद हुई है, जिसे अब विशेषज्ञों द्वारा जांच के लिए भेजा जाएगा।
समाज में बढ़ती असुरक्षा और छात्रों का दायित्व
यह घटना छात्रों के बीच बढ़ती असुरक्षा को भी उजागर करती है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन और राज्य सरकार के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वे छात्रों के बीच बढ़ते विवादों को शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाने की दिशा में कदम उठाएं। छात्रों को भी इस बात का एहसास होना चाहिए कि किसी भी समस्या को सुलझाने के लिए हिंसा या बमबाजी जैसे अवैध कदम नहीं उठाने चाहिए, बल्कि संवाद और समझदारी से ही समाधान की ओर बढ़ना चाहिए।