पटना : लंबे समय से इंतजार कर रहे बिहार मैट्रिक परीक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने शनिवार को मैट्रिक परीक्षा-2025 के परिणामों की घोषणा कर दी। यह रिजल्ट दोपहर 12 बजे बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया। बिहार बोर्ड 10वीं (मैट्रिक) वार्षिक बोर्ड परीक्षा का ओवरऑल पास प्रतिशत 82.11% रहा है। इस साल 10वीं बोर्ड परीक्षा में 15 लाख 58 हजार 77 छात्र बैठे थे, इनमें से कुल 12 लाख 89 हजार 294 छात्र पास हुए हैं। टॉप 10 में 123 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इस बार छात्रों से ज्यादा छात्राओं का पास प्रतिशत ज्यादा बेहतर रहा है।
बिहार बोर्ड 10वीं टॉपर्स
इस बार तीन स्टूडेंट्स टॉप किया है। समस्तीपुर की साक्षी कुमारी, अंशु कुमारी और भोजपुर के रंजन वर्मा ने टॉप किया है। तीनों स्टूडेंट्स ने 489 नंबर हासिल किए हैं।
बिहार बोर्ड 10वीं (मैट्रिक) का रिजल्ट 2025 जारी हो चुका है।
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB), पटना कार्यालय के मुख्य सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम में मैट्रिक के नतीजे जारी किए गए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर और अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ मौजूद रहे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में 10वीं क्लास का ओवरऑल पास प्रतिशत, टॉपर्स के नाम और नंबर, जेंडर वाइज पास प्रतिशत आदि की घोषणा की गई।
कैसे चेक करें रिजल्ट?
बिहार बोर्ड के परीक्षा परिणाम को जानने के लिए छात्रों को रोल नंबर और रोल कोड की आवश्यकता होगी। इसके लिए, वे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की आधिकारिक वेबसाइट www.biharboardonline.bihar.gov.in या https://www.matricresult2025.com पर जाकर अपना परिणाम देख सकते हैं। वेबसाइट पर जाते ही छात्र-छात्राओं को अपनी परीक्षा की संबंधित जानकारी जैसे रोल कोड और रोल नंबर भरनी होगी, जिसके बाद उनका परिणाम स्क्रीन पर दिखाई देगा।
बिहार बोर्ड की मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 का आयोजन 17 फरवरी से लेकर 25 फरवरी तक हुआ था। राज्यभर के 1677 परीक्षा केंद्रों पर इस परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस बार कुल 15,85,868 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी, जिनमें 7.67 लाख छात्र और 8.18 लाख छात्राएं शामिल थीं। छात्रों के लिए यह परीक्षा एक महत्वपूर्ण चरण थी, और अब उनका इंतजार समाप्त हो चुका है।
सबसे पहले रिजल्ट जारी करने वाला बोर्ड
बिहार बोर्ड लगातार सबसे पहले मैट्रिक परीक्षा का परिणाम घोषित करने के लिए प्रसिद्ध है। इस बार भी बिहार बोर्ड ने अपनी परंपरा को कायम रखते हुए देश में सबसे पहले मैट्रिक परीक्षा का परिणाम जारी किया है। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर की दिशा में बोर्ड ने समय से पहले रिजल्ट घोषित करने का अपना रिकॉर्ड बनाए रखा है, जिससे छात्रों में खुशी की लहर है।
बिहार बोर्ड के इस कदम को लेकर राज्य के शिक्षा विभाग में भी सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस निर्णय से ना केवल बिहार के छात्र-छात्राओं को समय पर परिणाम मिल सकेगा, बल्कि उनकी आगे की शिक्षा संबंधी योजना भी सही समय पर बन सकेगी।
रिजल्ट से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि यह कदम बिहार के छात्रों के हित में लिया गया है, ताकि वे समय से आगे की तैयारी कर सकें। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य बिहार के छात्रों को बेहतर परिणाम और अधिक अवसर प्रदान करना है, ताकि वे राष्ट्र की मुख्यधारा में अपना स्थान बना सकें।” इस बार का रिजल्ट विद्यार्थियों के लिए खास मायने रखता है, क्योंकि यह उनका भविष्य तय करेगा और अगले कदम की ओर मार्गदर्शन करेगा। कई छात्र तो अब इस सफलता के साथ अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे बढ़ेंगे, वहीं कुछ अन्य को सुधार के लिए दिशा मिलेगी।