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रामनवमी को देखते हुए पश्चिम बंगाल में कड़ी की गई पुलिस सुरक्षा, कोलकाता में तैनात किए गए 4000 जवान

कोलकाता में 5-6 बड़े जुलूसों की उम्मीद है, जिनमें 800-1,200 लोग शामिल होंगे। इन जुलूसों की सुरक्षा के लिए डिप्टी कमिश्नर रैंक के अधिकारी और उनकी टीमें तैनात की जाएंगी।

by Reeta Rai Sagar
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कोलकाता : पश्चिम बंगाल में रामनवमी उत्सव को देखते हुए शांति बनाए रखने के लिए राज्यभर में पुलिस सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। किसी भी प्रकार की अशांति को रोकने के लिए सख्त उपाय किए गए हैं। पुलिस वर्तमान राजनीतिक स्थिति के कारण अलर्ट पर है, क्योंकि यह रामनवमी जुलूस के दौरान अनावश्यक उत्पात का खतरा उत्पन्न कर सकता है।

10 संवेदनशील क्षेत्रों में अधिक चौकसी

पुलिस ने अपनी चौकसी को तेज करते हुए 29 वरिष्ठ अधिकारियों को 10 संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी के लिए तैनात किया है, जिनमें 6 पुलिस कमिश्नरेट और चार जिला पुलिस क्षेत्र शामिल हैं। हावड़ा, बैरकपुर, चंदननगर, मालदा, इस्लामपुर, आसनसोल-दुर्गापुर, सिलिगुड़ी, हावड़ा ग्रामीण, मुर्शिदाबाद और कूचबिहार। हावड़ा को विशेष प्राथमिकता दी गई है, क्योंकि यहां अतीत में हिंसा की घटनाएं हुई हैं, इसलिए इस जिले की सुरक्षा की निगरानी के लिए 6 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को तैनात किया गया है।

5000 पुलिस कर्मी तैनात

कोलकाता में भी मजबूत सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां शांति बनाए रखने के लिए लगभग 5,000 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, लगभग चार हजार पुलिस कर्मी केवल कोलकाता में तैनात किए जाएंगे। हम नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। किसी भी प्रकार की अशांति को सहन नहीं किया जाएगा। अधिकारियों ने सभी डिप्टी कमिश्नर आफ पुलिस (डीसीपी) को अपनी टीमों को तैयार रखने और सुरक्षा उपकरणों से लैस करने के निर्देश दिए हैं।

कमिश्नर रैंक के अधिकारी भी रहेंगे तैनात

कोलकाता में 5-6 बड़े जुलूसों की उम्मीद है, जिनमें 800-1,200 लोग शामिल होंगे। इन जुलूसों की सुरक्षा के लिए डिप्टी कमिश्नर रैंक के अधिकारी और उनकी टीमें तैनात की जाएंगी। जुलूसों के दौरान निगरानी के लिए ड्रोन का उपयोग किया जाएगा और छोटे जुलूसों को पुलिस सुरक्षाकर्मियों के साथ भेजा जाएगा, जो बॉडी कैमरे से लैस होंगे। कोलकाता के प्रमुख मार्गों जैसे हेस्टिंग्स, चितपुर, रामलीला मैदान, बैन्डेल गेट और खिदिरपुर में पुलिस पिकेट्स लगाए जाएंगे।

मालवाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध

तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए क्यूआरटी (Quick Response Teams), एचआरएफएस (Heavy Radio Flying Squads) और पुलिस कंट्रोल रूम (PCR) वैन सक्रिय कर दिए गए हैं। अतिरिक्त गुप्तचर अधिकारियों को ऊंची इमारतों से निगरानी रखने के लिए तैनात किया गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से कोलकाता में दोपहर 12 बजे से रात 12 बजे तक मालवाहन वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा, केवल दूध, दवा, सब्जियां और ईंधन जैसी आवश्यक वस्तुओं को छूट दी जाएगी।

सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी

पुलिस सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए भी सतर्क है। एक आईपीएस अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘हम सोशल नेटवर्किंग साइट्स और विभिन्न पोर्टल पर नजर रख रहे हैं, ताकि कोई भी अफवाह जो कानून-व्यवस्था को बिगाड़ सकती है, ना फैल सके’।

पुलिस द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, पश्चिम बंगाल पुलिस (कानून और व्यवस्था) के अतिरिक्त निदेशक जनरल, जावेद शमीम ने कहा, ‘पुलिस कर्मियों को 02.04.2025 से 09.04.2025 तक छुट्टी नहीं दी जाएगी, सिवाय किसी आपात स्थिति के’। इस आदेश से संवेदनशील जिलों में पुलिस बल की पूरी उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन से रखी जाएगी नजर

कोलकाता में संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित गश्त और जनता को जागरूक करने के लिए लाउडस्पीकरों के माध्यम से अभियान चलाए जाएंगे। जुलूसों के दौरान पुलिस सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से निगरानी करेगी। धार्मिक नेताओं के साथ बातचीत भी की जा रही है, ताकि वे उत्सव के दौरान प्रतिबंधों और दिशा-निर्देशों का पालन करें।

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