Deoghar (Jharkhand) : चुनावी रणनीतिकार और जन स्वराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बुधवार को झारखंड के देवघर पहुंचकर बाबा बैजनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। उन्होंने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अपनी पार्टी की सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा। बाबा बैजनाथ के दर्शन के बाद प्रशांत किशोर ने विश्वास जताया कि अब उन्हें बाबा भोलेनाथ के साथ-साथ बिहार की जनता का भी भरपूर समर्थन मिलेगा।
जन स्वराज पार्टी की सक्रियता
बिहार में विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई देने लगी है, और सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। इसी क्रम में जन स्वराज पार्टी भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। प्रशांत किशोर लगातार बिहार और झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और जनता से सीधा संवाद स्थापित कर रहे हैं।
बाबा बैजनाथ से मांगी सफलता की कामना
देवघर में पूजा-अर्चना के बाद प्रशांत किशोर ने कहा, “बाबा का आशीर्वाद लेने के बाद मुझे पूरा विश्वास है कि बिहार की जनता का भी साथ मिलेगा। हमारी पार्टी का गठन एक करोड़ लोगों की राय से हुआ है और अब हम पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरेंगे।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और पलायन की समस्या को समाप्त करने के उद्देश्य से बाबा से प्रार्थना की है। उनकी पार्टी इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।
शिक्षा और पलायन पर केंद्रित अभियान
प्रशांत किशोर ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने और पलायन की समस्या को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया है। उन्होंने देवघर में पूजा के दौरान बताया कि उनकी पार्टी बिहार में इन मुद्दों को लेकर एक बड़ा अभियान चलाएगी।
बिहार में हस्ताक्षर अभियान
इससे पहले, प्रशांत किशोर ने बिहार में एक जन संवाद के दौरान घोषणा की थी कि वे नीतीश सरकार को एक महीने का समय दे रहे हैं। इसके बाद, वे बिहार के 40,000 गांवों में जाकर जन बैठकें करेंगे और एक विशाल हस्ताक्षर अभियान चलाएंगे। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर एकत्र किए जाएंगे, जिन्हें बाद में मुख्यमंत्री और राज्यपाल को सौंपा जाएगा। यदि इसके बावजूद जनहित की मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
बांका और जमुई में जन संपर्क यात्रा
देवघर पहुंचने से पहले, प्रशांत किशोर ने बांका और जमुई जिलों में जनता से सीधा संवाद किया था। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी जनता की राय को प्राथमिकता देती है और उसी के आधार पर अपनी रणनीति तैयार करती है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशांत किशोर का यह दौरा बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर रहा है। उनकी पार्टी की सक्रियता और जनता से सीधा संवाद स्थापित करने की कोशिशें आने वाले चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।