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Jharkhand Landmines Recovered : बिहार सीमा पर माओवादियों के गढ़ में बड़ी कार्रवाई: गुफा से भारी मात्रा में लैंड माइंस और विस्फोटक बरामद

अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को एक लोहे की अलमारी भी बरामद हुई। इसमें माओवादी संगठन अपनी नकदी छिपा कर रखते थे।

by Rakesh Pandey
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पलामू: झारखंड और बिहार पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। अंतरराज्यीय सर्च ऑपरेशन के दौरान पलामू बिहार सीमा के जंगलों में स्थित एक गुफा से आधा दर्जन से अधिक लैंड माइंस और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है। यह कार्रवाई माओवादियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र छकरबंधा के पचरुखिया इलाके में की गई।

इंटर स्टेट ऑपरेशन में बरामद हुए लैंड माइंस

पलामू पुलिस को इनपुट मिला था कि माओवादी कमांडर नितेश यादव (15 लाख का इनामी) और मृत माओवादी कमांडर संदीप यादव (25 लाख का इनामी) ने इस इलाके में बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक छिपा रखे हैं। इसी सूचना के आधार पर पलामू के अभियान एसपी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन शुरू किया गया। अभियान में बिहार के औरंगाबाद पुलिस बल की भी सक्रिय भागीदारी रही।

माओवादी की गुफा से मिली विस्फोटक सामग्री

संयुक्त पुलिस बल को छकरबंधा के पचरुखिया क्षेत्र की एक पहाड़ी गुफा से कई लैंड माइंस, डेटोनेटर और अन्य विस्फोटक सामग्रियां मिलीं। यह गुफा माओवादियों का गुप्त ठिकाना थी, जहां से नक्सली गतिविधियों का संचालन किया जा रहा था।

माओवादियों की अलमारी से मिली नकदी का सुराग

अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को एक लोहे की अलमारी भी बरामद हुई, जो पूर्व माओवादी कमांडर संदीप यादव की बताई जा रही है। इसमें माओवादी संगठन अपनी नकदी छिपा कर रखते थे। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, संदीप यादव की मौत वर्ष 2023 में हुई थी, जिसके बाद इस पूरे क्षेत्र की कमान नितेश यादव ने संभाली थी।

एसपी रीष्मा रमेशन ने दी पुष्टि

पलामू की एसपी रीष्मा रमेशन ने अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि इंटर स्टेट ऑपरेशन में बड़ी संख्या में विस्फोटक और माओवादी गतिविधियों से जुड़े साक्ष्य बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह हाल के वर्षों में माओवादियों के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।

ऑपरेशन में इन बलों की रही भागीदारी

इस हाई-प्रोफाइल अभियान में कई सुरक्षा बलों की संयुक्त भागीदारी रही, जिनमें शामिल हैं:

सीआरपीएफ (CRPF)

झारखंड जगुआर

बिहार एसटीएफ (STF)

पलामू पुलिस

औरंगाबाद पुलिस

माओवादियों का यूनिफाइड कमांड क्षेत्र

जिस क्षेत्र में यह अभियान चलाया गया, वह झारखंड और बिहार की सीमा पर स्थित है और माओवादियों का यूनिफाइड कमांड जोन माना जाता है। सुरक्षा बलों का मानना है कि इस अभियान से माओवादियों के नेटवर्क को गंभीर झटका लगा है और आगे की कार्रवाई भी तेजी से की जाएगी।

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