Palamu (Jharkhand) : पलामू जिले से सटे गढ़वा के गिजना गांव निवासी अभय शंकर तिवारी की पत्नी अंजू तिवारी (36) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर मृतका के पति ने इसे जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या बताया हैं, वहीं मायके पक्ष ने जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (MMCH) में शव का पोस्टमार्टम किया गया, जिसके बाद मामले की परतें और गहरी होती जा रही हैं।
विरोधाभास में उलझा मामला
मृतका के पति अभय शंकर तिवारी के अनुसार, अंजू ने शनिवार को अचानक जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। मोहल्ले के लोगों ने उसे आनन-फानन में गढ़वा अस्पताल में भर्ती कराया। वहां गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया गया, लेकिन उसे रांची न ले जाकर तुंबागड़ा स्थित नवजीवन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पति ने बताया कि घटना के वक्त घर पर कोई नहीं था, क्योंकि उन्होंने अपनी सास को चार महीने पहले ही बाहर भेज दिया था और वे खुद धान रोपनी के लिए घर से बाहर गए थे। उन्होंने अंजू के आत्महत्या करने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया।
इसके ठीक उलट, अंजू के मायके पक्ष के लोग इसे आत्महत्या मानने को तैयार नहीं हैं, वे इसे सुनियोजित हत्या का मामला बता रहे हैं। मृतका के भाई ओमप्रकाश तिवारी ने आरोप लगाया कि अंजू को उसके पति और ससुरालवालों द्वारा लंबे समय से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने दावा किया कि दो दिन पहले मारपीट के बाद अंजू को बिस्किट में जहर मिलाकर जबरन खिलाया गया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। ओमप्रकाश ने यह भी बताया कि हालत गंभीर होने के बावजूद अंजू को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज नहीं लाया गया, और रांची रेफर करने के बाद भी उसे रांची न ले जाकर तुम्बागड़ा अस्पताल में काफी देर से भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
अवैध संबंध का आरोप और न्याय की गुहार
मायके वालों का सबसे गंभीर आरोप यह है कि पति अभय शंकर तिवारी का गांव की एक लड़की से अवैध संबंध था, और उसी कारण उसने साजिश रचकर अंजू की हत्या की। फिलहाल, पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। परिजनों को आशंका है कि आरोपी पक्ष मामले को दबाने का प्रयास कर सकता है, इसलिए वे निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है कि अंजू तिवारी की शादी वर्ष 2004 में हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं। इस मामले ने स्थानीय लोगों के बीच भी खासा रोष पैदा कर दिया है और सभी को पुलिस जांच के नतीजों का इंतजार है।
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