नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली को बुधवार को नया पुलिस प्रमुख मिला। दिल्ली पुलिस के आयुक्त संजय अरोड़ा के तीन वर्ष के कार्यकाल के समाप्त होने के साथ ही एजीएमयूटी कैडर के 1988 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसबीके सिंह ने गुरुवार शाम पुलिस मुख्यालय में आयुक्त का कार्यभार संभाल लिया। गृह मंत्रालय ने उन्हें अगले आदेश तक के लिए अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
इससे पहले, किंग्सवे कैंप स्थित न्यू पुलिस लाइंस में एक भव्य विदाई परेड और समारोह आयोजित किया गया, जहां संजय अरोड़ा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न इकाइयों के जवान और स्टाफ बड़ी संख्या में मौजूद रहे। समारोह में उनके कार्यकाल की उपलब्धियों को याद किया गया।संजय अरोड़ा, जो तमिलनाडु कैडर से हैं, ने 1 अगस्त 2022 को दिल्ली पुलिस की कमान संभाली थी। उनके नेतृत्व में दिल्ली पुलिस ने महिला सुरक्षा, साइबर अपराध नियंत्रण, कम्युनिटी पुलिसिंग, पिंक पेट्रोल, जागरूकता अभियान और पुलिस आधुनिकीकरण जैसे कई मोर्चों पर उल्लेखनीय कार्य किया।
स्थायी पुलिस कमिश्नर की तलाश जारी
एसबीके सिंह, जो अभी तक दिल्ली होमगार्ड्स के डीजी के पद पर कार्यरत थे, अब दिल्ली पुलिस के अंतरिम प्रमुख होंगे। हालांकि, स्थायी आयुक्त की नियुक्ति को लेकर मंथन गृह मंत्रालय के स्तर पर जारी है। सूत्रों के मुताबिक, इस पद की दौड़ में कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी शामिल हैं, जिनमें प्रमुख नाम हैं:- सतीश गोलचा (1992 बैच, एजीएमयूटी): वर्तमान में तिहाड़ जेल के महानिदेशक। पूर्व में दिल्ली पुलिस में स्पेशल सीपी (इंटेलिजेंस), और अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी रह चुके हैं।
प्रवीर रंजन (1993 बैच, एजीएमयूटी): वर्तमान में सीआईएसएफ में स्पेशल डीजी। दिल्ली पुलिस में स्पेशल सीपी (क्राइम) और चंडीगढ़ के डीजीपी के रूप में सेवाएं दे चुके हैं।- नुज़हत हसन (1991 बैच, एजीएमयूटी , महिला अधिकारी) : वर्तमान में वे दिल्ली पुलिस में स्पेशल सीपी ईओडबल्यू की महत्वपूर्ण भूमिका में हैं और मार्च 2024 में उन्हें इसी पद कार्यरत्त हैं।
शत्रुजीत कपूर (1990 बैच, हरियाणा कैडर) : वर्तमान में हरियाणा पुलिस के महानिदेशक के रूप में तैनात हैं। उनका कार्यकाल लगभग अगस्त 2023 से शुरू हुआ है और वे नवम्बर 2026 तक इस पद पर बने रहेंगे।- जी.पी. सिंह (1991 बैच, असम–मिजोरम कैडर): वर्तमान में सीआरपीएफ के महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं। जनवरी 2025 से उन्होंने सीआरपीएफ की कमान संभाली है और उनका कार्यकाल नवंबर 2027 तक निर्धारित है।
दिल्ली जैसे रणनीतिक और संवेदनशील महानगर में, जहां लॉ एंड ऑर्डर, वीआईपी सुरक्षा और सांप्रदायिक संतुलन जैसी चुनौतियां निरंतर बनी रहती हैं, पुलिस आयुक्त की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है। ऐसे में सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या एस.बी.के. सिंह को ही स्थायी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी या फिर दिल्ली को एक नया पूर्णकालिक पुलिस प्रमुख मिलेगा।