मेदिनीनगर: Nilamber Pitamber University (NPU) को 16 साल हो गए। इस पूरे सफर में यूनिवर्सिटी तीसरा दीक्षांत समारोह मनाने की तैयारी कर रहा है, लेकिन इस बार कार्यक्रम की तारीख, महीना और स्थल को लेकर असमंजस बना हुआ है। अब तक यह समारोह सितंबर में होता था, अब अक्टूबर तय किया गया है, मगर अंतिम मंजूरी राजभवन की ओर से ही मिलेगी। तारीख चाहे जो भी हो, उसे भी राजभवन ही स्वीकृति देगा।
स्टेडियम बनाम फुटबॉल ग्राउंड – स्थल को लेकर विवाद
समारोह के स्थल पर दो विकल्प हैं- स्टेडियम और फुटबॉल ग्राउंड। दरअसल स्टेडियम जिला प्रशासन के अधीन है और 25 वर्षों के इतिहास में कभी भी राज्यपाल-कुलपति स्तर के वीवीआईपी कार्यक्रम की मेजबानी नहीं की है। दूसरी ओर स्टेडियम को तुरंत सौंदर्यीकरण और मरम्मत की ज़रूरत है। अब सवाल यह है कि खर्च जिला प्रशासन उठाएगा या विश्वविद्यालय। कुलपति का मानना है कि जिला प्रशासन ही यह खर्च करेगा। उधर फुटबॉल ग्राउंड चुनाव के समय परिवहन केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। कुलपति इस स्थान को समारोह के लिए कम उपयुक्त मानते हैं।
कुलपति और पीआरओ ने दी तैयारियों की जानकारी
मंगलवार को विश्वविद्यालय परीक्षा बोर्ड की बैठक के दौरान कुलपति प्रो. दिनेश कुमार सिंह ने समय निकालकर दीक्षांत समारोह की तैयारियों की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. विनीता दीक्षित को विस्तृत ब्रीफिंग के लिए बुलाया। जिसमें डॉ. दीक्षित ने बताया कि कुल 16 समितियां बनाई गई हैं, जिनमें आयोजक समिति से लेकर जलपान समिति तक शामिल हैं। एक ड्रेस कमेटी भी है, जिसे ‘कॉस्ट्यूम कमेटी’ कहा जाता है, क्योंकि अब दीक्षांत समारोह में भारतीय परिधान पहने जाते हैं, न कि पारंपरिक गाउन। यह समारोह अब डिकॉलोनाइज्ड है। पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. राकेश कुमार, जिन्हें दीक्षांत प्रबंधन का अच्छा अनुभव है, को भी जोड़ा गया है।
सड़क निर्माण और एथलीट सम्मान योजना
कुलपति ने स्थल तक पहुंचने वाली सड़क को लेकर भी चिंता जताई। यह सड़क अभी पक्की नहीं है और वे इसे पक्का करवाना चाहते हैं। इसके अलावा, झारखंड के महान खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए उनके कटआउट्स को पॉलीकार्बोनेट फ्रेम में लगाने की भी योजना है।