Jamshedpur (Jharkhand) : “पुस्तकालय केवल पुस्तकों का भंडार नहीं, बल्कि ये मानव विकास के सच्चे संरक्षक हैं।” यह बात जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) के निदेशक डॉ. (फादर) सेबेस्टियन जॉर्ज एसजे ने कही। वह मंगलवार को एक्सएलआरई के सर जहांगीर गांधी पुस्तकालय में राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस समारोह 2025 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय और उसके पेशेवर ज्ञान को संरक्षित करने और उसे अगली पीढ़ियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह वह जगह है जहां से नए विचार जन्म लेते हैं और भविष्य की नींव रखी जाती है। इस अवसर पर डीन (प्रशासन एवं वित्त) डॉ. (फादर) डोनाल्ड डी’सिल्वा एसजे, डीन एकेडमिक्स प्रो. संजय पात्रो और वित्त विभागाध्यक्ष डॉ. एचके. प्रधान ने भी अपने विचार रखे।
लाइब्रेरी ऐप सहित तीन डिजिटल पहल की शुरुआत
समारोह में एक्सएलआरआई ने तीन नई डिजिटल पहलों की शुरुआत की, जिनमें लाइब्रेरी ऐप, एक्सएलआरआई रिमोटएक्सएस ऐप और नोवा | एक्सएल-लिबबॉट 2.0 शामिल हैं। इन डिजिटल सेवाओं के जरिए छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों को आधुनिक तकनीक की मदद से वैश्विक ज्ञान संसाधनों तक आसानी से और तुरंत पहुंच मिलेगी।
लाइब्रेरी की ओर से ये किये गए पुरस्कृत
पुस्तकालय प्रमुख डीटी एडविन और उनकी टीम ने विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुस्तकालय उपयोगकर्ताओं को भी सम्मानित किया। इनमें सबसे ज्यादा किताबें उधार लेने वाले, सबसे अधिक बार पुस्तकालय आने वाले, ऑनलाइन कैटलॉग और चर्चा कक्ष का नियमित उपयोग करने वाले छात्र शामिल थे। इसके साथ ही ‘लाइब्रेरी क्विज 2025’ के विजेताओं और जुलाई 2025 के शीर्ष ‘कौरसेरा लर्नर्स’ को भी पुरस्कृत किया गया। पुस्तकालय स्टाफ को भी उनके समर्पण और योगदान के लिए विशेष सम्मान दिया गया।
छात्र, शिक्षक व पूरे समुदाय की शैक्षिक यात्रा को बेहतर बनाती है लाइब्रेरी की टीम
डॉ. (फा.) डोनाल्ड डी’सिल्वा एसजे ने कहा कि पुस्तकालय टीम का समर्पण छात्रों, शिक्षकों और पूरे समुदाय की शैक्षिक यात्रा को बेहतर बनाता है। प्रो. संजय पात्रो ने डिजिटल संसाधनों की अहमियत और सूचना की कमी को खत्म करने की जरूरत पर जोर दिया। डॉ. एच. के. प्रधान ने पुस्तकालय के भौतिक संग्रह से एक आधुनिक शोध केंद्र में बदलने की यात्रा को शैक्षणिक जीवन का आधार बताया।